TRP डेस्क : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 83वें संस्करण का प्रसारण आज 11 बजे सुबह किया गया। ‘मन की बात’ के अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने देशरक्षा में शहिद हुए जवानों को नमन किया और आजादी के अमृत महोत्सव का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि अमृत महोत्सव प्रेरणादायक है। अमृत महोत्सव, हमें कुछ सीखने के अवसर प्रदान करने के साथ साथ हमें देश हित में कुछ करने की प्रेरणा भी है। तो देश-भर में आम लोगों से लेकर सरकारों तक, पंचायतों से लेकर पार्लियामेंट तक, अमृत महोत्सव का नाम गुंज रहा है। और लगातार इस महोत्सव से जुड़े कार्यक्रम किए जा रहे हैं। प्रकृति को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रकृति हमारी मां की तरह है। अगर हम प्रकृति की रक्षी करें तो प्रकृति हमारी रक्षा करेगी।

आजादी में अमूल्य है जनजातीय समुदाय का योगदान

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि “आजादी में जनजातीय समुदाय के अमूल्य योगदान को याद करते हुए देश भर में जनजातीय गौरव सप्ताह मनाया गया। देश के कई हिस्सों में इससे संबंधित कार्यक्रम हुए। देश के अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में जारवा और ओंगे जैसे जनजातीय समुदाय के लोगों ने अपनी संस्कृति का जीवंत प्रदर्शन भी किया।

सरकारी योजनाओं से बदल रहा लोगों का जीवन

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार के प्रयासों और सरकारी योजनाओं से बहुत से लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। जब हम देखते हैं कि कैसे इन योजनाओं ने किसी का जीवन बदला, उस बदले हुए जीवन का अनुभव क्या है? जब यह सब सुनते हैं तो हम भी संवेदनाओं से भर जाते हैं। इससे मन को संतोष भी मिलता है और उस योजना को और अधिक लोगों तक पहुंचाने की प्रेरणा भी मिलती है। इस तारम्य में प्रधानमंत्री ने देश के दो ऐसे नागरिकों से बात भी की जिन्हें आयुष्मान योजना का लाभ मिला है।

दुनिया भर में छाया है वृंदावन

प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ के 83वें संस्करण में कहा कि वृंदावन दुनिया भर के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। वृंदावन की छाप दुनिया के कोने-कोने में देखने मिल जाती है।

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