लापरवाही के चलते कालातीत हुईं खाद्य सामग्रियों को बिना सूचना के प्राचार्य ने किया आग के हवाले, विभाग ने कर दिया निलंबित
लापरवाही के चलते कालातीत हुईं खाद्य सामग्रियों को बिना सूचना के प्राचार्य ने किया आग के हवाले, विभाग ने कर दिया निलंबित

कोरिया। जिले के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत देवडांड़ के शासकीय माध्यमिक विद्यालय में प्रधान पाठक की लापरवाही के चलते यहां के एक कमरे में रखी लाखों की खाद्य सामग्रियां ख़राब हो गईं, वहीं जब इलाके के जनप्रतिनिधि ने इसकी शिकायत खंड शिक्षाधिकारी से की तो प्रधान पाठक ने सामग्रियों को आग के हवाले कर दिया। इस मामले की रिपोर्ट मिलने के बाद प्रधान पाठक के निलंबन का आदेश जारी कर दियागया ।

कमरे की जरुरत पड़ी तब हुआ खुलासा

दरअसल इस गांव के सरपंच के साथ कांग्रेस नेता मनोज साहू यहां पहुंचे और महिला स्व सहायता समूह के लिए स्कूल में एक कमरे की मांग की, तब प्राचार्य ने यहां बने स्कूल के अतिरिक्त कक्ष को खोला। इस दौरान लोगों ने भीतर जाकर देखा तो वहां से बदबू आ रही थी और खाद्य सामग्रियां ख़राब हो चुकी थीं। इनमे दूध के अलावा चिक्की और दूसरी खाद्य सामग्रियां भी थीं , जिनकी एक्सपायरी डेट ख़त्म हो चुकी थी। इतनी मात्रा में सामग्रियों के ख़राब होने पर यहां मौजूद कांग्रेस नेता मनोज साहू ने तत्काल इलाके के खंड शिक्षा अधिकारी द्वारिका प्रसाद मिश्रा को इसकी सूचना दी और मौके पर बुलाया।

BEO केपहुंचने के पहले ही लगा दी आग

प्रधान पाठक जे डी कुजूर ने जब देखा कि उच्चाधिकारी आ रहे हैं तब उन्होंने आनन-फानन में सामग्रियों को निकलवाया और उसमे आग लगा दी। BEO द्वारिका प्रसाद मिश्रा जब तक यहां पहुंचे तब तक सामग्रियां जल कर ख़ाक हो चुकी थी। उन्होंने कुजूर से स्टॉक के बारे में पूछा तब भी वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। दरअसल उनके पास स्टॉक की जानकारी लिखित में थी ही नहीं। वहीं जब कोरोना काल में भी खाद्य सामग्रियां बच्चो को बांटने का आदेश था तब इसे क्यों नहीं बांटा गया इसका जवाब भी प्रधान पाठक नहीं दे सके।

कोरोना काल के पहले का था स्टॉक

इस संबंध में पूछे जाने पर प्रधान पाठक जे डी कुजूर ने बताया कि कोरोना का लॉक डाउन लगने के कुछ ही दिन पहले उनके विद्यालय के साथ ही अन्य स्कूलों के लिए खाद्य सामग्रियां आयी हुई थीं, इसके बाद अनेक शिक्षक सामग्रियां नहीं ले गए। लॉक डाउन के चलते सभी सामग्रियां पड़ी रहीं और उनकी एक्सपायरी डेट निकल गयी। चूँकि कमरा महिला समूह को देना था इसलिए उन्होंने कालातीत सामग्रियों को बहार निकाल कर आग के हवाले कर दिया। कुजूर ने स्वीकार किया कि उनके पास स्टॉक की कोई जानकारी नहीं है।

BEO के प्रतिवेदन पर किये गए निलंबित

देवदांड़ के शासकीय माध्यमिक विद्यालय में स्टॉक को आग के हवाले किये जाने के बाद मौके पर खुद BEO वहाँ पहुंचे थे, इसलिए उन्होंने तत्काल प्रतिवेदन तैयार किया और जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत कर दिया। जिसके बाद संयुक्त संचालक लोक शिक्षण के हस्ताक्षर से प्रधान पाठक जे डी कुजूर के निलंबन का आदेश जारी किया गया। हालाँकि इस सम्बन्ध में ग्रामीणों की प्रतिक्रिया है कि मामले की पूरी जांच करने के बाद ही कार्रवाई करनी थी। इस मामले में प्रधान पाठक की लापरवाही के चलते कितनी सामग्री ख़राब हुई और कितने का नुकसान हुआ इन सब का आंकलन भी करना चाहिए था।

देखें आदेश :

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