नेशनल डेस्क। हर देश का सर्वोच्च पद राष्ट्रपति का होता है। इस पद के लिए बहुत कड़े कायदे-कानून होते है। दुनिया के सबसे खूबसूरत देशों में शुमार मेक्सिको में इन दिनों राष्ट्रपति पद को लेकर थोड़ी गहमा-गहमी चल रही है।

मेक्सिको के वर्त्तमान राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर ने अपने ही खिलाफ ‘रिकॉल इलेक्शन’ का प्रचार कर रहे है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर ने अपने एक भाषण में कहा है कि, ‘यदि शासन करने वाला व्यक्ति कार्य के योग्य नहीं है और लोगों की आज्ञा का पालन नहीं कर रहा है, तो उनका जनादेश रद्द कर दें और बाहर कर दें!’।
ये तो खैर एक भाषण है। लेकिन आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि, मेक्सिको एकमात्र ऐसा देश है जहां केवल एक ही घंटे में 3-3 राष्ट्रपति चुने जा चुके है। और इसके साथ ही मेक्सिको ने एक ऐसा वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया जिसे किसी अन्य देश के लिए तोड़ना लगभग नामुमकिन है।
आखिर क्यों बदले 3-3 राष्ट्रपति
आज से करीबन 108 साल पहले हुई इस 1 दिन की घटना ने मेक्सिको का नाम हमेशा-हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज करा दिया। यह घटना साल 1913 की है। 19 फरवरी, 1913 को जब मेक्सिको के राष्ट्रपति फ्रांसिस्को आई मैडेरो अपने पद से हटे तो उसके बाद एक घंटे के अंदर ही पेड्रो लस्कुरिन मेक्सिको के राष्ट्रपति बने, लेकिन कुछ ही मिनटों में अचानक उन्होंने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

इसके साथ ही आपको जानकर हैरानी होगी कि पेड्रो लस्कुरिन का नाम सबसे कम समय तक किसी देश का राष्ट्रपति रहने का विश्व रिकॉर्ड है, जिसे अब तक कोई भी तोड़ नहीं पाया है। वह महज 26 मिनट के लिए मेक्सिको के राष्ट्रपति बने थे।

हालांकि पेड्रो लस्कुरिन के इस्तीफा देने के तुरंत बाद विक्टोरियानो हुएर्टा को मेक्सिको का राष्ट्रपति बना दिया गया था, पर उनका भी कार्यकाल कुछ ज्यादा समय तक नहीं रहा था। वह करीब 1 साल 5 महीने तक मेक्सिको के राष्ट्रपति के पद पर रहे।

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