कोट्टायम (केरल)। रविवार की सुबह थी, और सदानंदन घर से सब्जी लेने निकले थे। लेकिन, उनके पास 500 रुपए के छुट्टे नहीं थे। इसलिए उन्होंने दुकानदार से एक लॉटरी का टिकट खरीद नोट का छुट्टा करवा लिया। वैसे तो सदानंद लंबे समय से लॉटरी टिकट खरीद रहे थे।

लेकिन उनकी किस्मत कभी चमकी नहीं थी। इस बार देने वाले ने उन्हें छप्पर फाड़ के दे दिया। दरअसल, लॉटरी टिकट खरीदने के चंद घंटे बाद ही उन्हें पता चला कि वह जैकपॉट के विजेता बन गए हैं, जिसकी इनाम राशि 12 करोड़ थी।

केरल के कोट्टायम का है मामला

77 वर्षीय सदानंदन ओलीपराम्बिल (Sadanandan Oliparambil) केरल के कोट्टायम के रहने वाले हैं। वो केरल सरकार के क्रिसमस-न्यू ईयर लॉटरी (क्रिसमस न्यू ईयर बंपर 2021-22) का 12 करोड़ रुपए का पहला पुरस्कार जीतकर सुर्खियों में छा गए हैं।

दरअसल, वह पिछले कई सालों से नियमित रूप से लॉटरी टिकट खरीद रहे थे लेकिन यह पहली बार है कि जब उन्होंने बंपर इनाम जीता है।

कुछ घंटों में बने ‘करोड़पति’

सदानंदन को 500 रुपए के छुट्टे की जरूरत थी। इसलिए उन्होंने सेलवन नाम एक स्थानीय लॉटरी विक्रेता से एक लॉटरी टिकट (XG 21858) खरीद लिया। उन्होंने बताया- मैं मीट की दुकान की तरफ जा रहा था और नोट का छुट्टा कराने की कोशिश कर रहा था।


जब छुट्टा नहीं मिला तो उन्होंने एक लॉटरी टिकट खरीद लिया, और दोपहर में जब रिजल्ट आया तो वह हक्के-बक्के रह गए। क्योंकि यकीन ही नहीं हुआ कि वो चंद घंटे में ‘करोड़पति’ बन गए हैं।

संघर्ष के दौर से गुजर रहा था जीवन

सदानंदन, कुडेमपाडी (Kudayampadi) के पास अपनी पत्नी और बच्चों के साथ एक छोटे से घर में रहते हैं। वह पेशे से पेंटर हैं, जिनकी जिंदगी महामारी के बाद से मुश्किलों से गुजर रही थी। उनका कहना है- अब मैं अपना अच्छा सा घर बनाना चाहता हूं और अपने बच्चों के भविष्य को संवाराना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि रकम को कैसे खर्च करना है इसका फैसला अपने दो बेटों सनीश और संजय से विचार-विमर्श के बाद करेंगे।

12 करोड़ नहीं, इतने रुपए मिलेंगे

रिपोर्ट के अनुसार, सदानंद को टैक्स की कटौती और लॉटरी एजेंट के कमीशन के बाद लगभग 7.39 करोड़ रुपए मिलेंगे। बता दें, केरल के लॉटरी विभाग ने 47 लाख से अधिक टिकट बेचे थे। इस टिकट की कीमत 300 रुपए थी, जिसे कोट्टायम शहर के एक लॉटरी एजेंट बिजी वर्गीज ने कुडेमपाडी के पास पांडवम में लॉटरी विक्रेता कुन्नेपरंबिल सेलवन को बेचा था।