रायपुर : प्रदेश के नवा रायपुर में NRDA प्रभावित किसानों के आंदेलन में शुक्रवार शाम एक किसान की मौत हो गई जिसके बाद किसान अब मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। किसान बरोदा में मृत किसान सियाराम पटेल के शव को रख कर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि “प्रदेश सरकार द्वारा लखीमपुर खीरी के किसानों को जिस तरह से मुआवजा दिया गया था। वैसा ही मुआवजा नवा रायपुर में मृत किसान के परिजनों की दिया जाए।” इस मांग को लेकर हजारों की संख्या में किसान वहाँ मौजूद हैं। किसानों के आक्रोश को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल नवा रायपुर में तैनात किया गया है।

बता दें कि किसानों ने शुक्रवार को पैदल मार्च निकाला था जिसे पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इसके बाद किसान सड़क पर ही धरना देने बैठ गए। धरना देने के दौरान लगभग शाम 4 बजे बरोदा के 66 वर्षीय किसान सियाराम पटेल की तबियत अचानक बिगड़ने लगी और वे बेहोश होकर गिर गए जिसके बाद आनन फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया था। NRDA प्रभावित किसान आंदोलन में यह पहली मौत थी।

सीएम ने किया 4 लाख मुआवजे का ऐलान

इस मामले में प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल ने मृतक किसान के बेटे से बात की थी। परिवार को 4 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की बात भी सीएम ने कही थी। लेकिन अब किसानों का कहना है कि जब उत्तर प्रदेश के किसानों को हमारे सीएम 50-50 लाख का मुआवजा देते हैं तो अपने ही प्रदेश के किसान को 4 लाख क्यु? किसानों ने मांग की है कि “सीएम भूपेश बघेल ने लखीमपुर में जाकर वहाँ के 4 किसानों को 50-50 लाख रुपया दिया था… तो छत्तीसगढ़ में नवा रायपुर प्रभावित किसान आंदोलन में मृत किसान सियाराम पटेल के परिवार को तत्काल 50 लाख देवे।” वहीं भाजपा ने किसान के परिजनों को एक करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग की है।

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