रायपुर : इन दिनों पूरे देश में छत्तीसगढ़ के गोबर से बने ब्रीफकेस की काफी चर्चा है। पहले विधानसभा के बजट सत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गोबर से बने ब्रीफकेस में बजट लेकर पहुंचे। उसके बाद 15 मार्च को रायपुर नगर निगम की सामान्य सभा की बैठक में रायपुर के महापौर एजाज ढेबर गोबर से बना ब्रीफकेस लेकर पहुंचे। दोनों स्थानों पर गोबर से बने ब्रीफकेस का उपयोग बजट को सदन तक ले जाने के लिए किया गया। पूरे देश में यह बजट ब्रीफकेस चर्चा का विषय बना हुआ है।

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विधासभा में सीएम जो सूटकेस लेकर गए थे उस पर संस्कृत में ‘गोमय वसते लक्ष्मी’ लिखा था। इसका अर्थ है- गोबर में लक्ष्मी का वास होता है। इस सूटकेस को रायपुर गोकुलधाम गौठान में काम करने वाली महिला स्वयं सहायता समूह ‘एक पहल’ की महिलाओं ने तैयार किया था। आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोबर से बजट का ब्रीफकेस बनाने वाले स्व सहायता समूह की महिलाओं को सम्मानित किया है। मुख्यमंत्री ने अपने निवास कार्यालय में बुलाकर समूह की दीदियों को सम्मानित किया।

इस अवसर पर समूह की समूह की दीदियाँ काफी भावुक नजर आईं। उन्होंने कहा कि हमने कभी सोचा नहीं था कि मुख्यमंत्री स्वयं हमारा सम्मान करेंगे। मुख्यमंत्री ने स्व सहायता समूह की दीदी नीलम अग्रवाल, नोमिन पाल, मनीषा पटवा, कांति यादव, लता पुणे को सम्मानित किया और उन्हें होली के त्यौहार पर मिठाई भी भेंट की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि “आपके द्वारा बनाए गए ब्रीफकेस की चर्चा पूरे देश भर में हो रही है। आपका यह कार्य मौलिक तो है ही लेकिन इसके साथ ही हमारे गोधन का भी सम्मान है।”

स्व सहायता समूह की दीदी नॉमिन ने मुख्यमंत्री को बताया कि “हम लोग गोबर से पेंट बनाने की तैयारी कर रहे हैं, इसके साथ ही गोबर की ईंट बनाकर छत्तीसगढ़ महतारी का मंदिर भी बनाने की योजना है।” मुख्यमंत्री ने समूह की दीदियों का आश्वासन दिया कि वे इस कार्य में भी पूरा सहयोग करेंगे।