इमरान खान

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में सत्ता को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी कुर्सी को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं लेकिन संकट के बादल गहराते ही जा रहे हैं। आज संसद में इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को भी शामिल किया गया है। इसे शाम 4 बजे पेश किया जाएगा।

रविवार को इस्लामाबाद में इमरान खान ने बड़ी रैली की थी। इसमें लगभग 10 लाख लोग शामिल  हुए थे। रैली में इमरान खान ने दावा किया कि वह अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। आज विपक्षी दलों ने भी रैली करने का फैसला किया है। इस रैली में पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी और लोगों को बताने की कोशिश की जाएगी कि किस तरह से इमरान सरकार में महंगाई और आर्थिक बदहाली बढ़ी है।

मिली जानकारी के मुताबिक जम्हूरी वतन पार्टी के शाहजैन बुगती ने गठबंधन से अलग होने का फैसला ले लिया है। विपक्ष के पास इस समय पीएमएल – क्यू समेत 163 सदस्यों का समर्थन है। वहीं बलूचिस्तान आवामी पार्टी और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान समेत तीन पार्टियां अब भी किसी फैसले पर नहीं पहुंची हैं और दोनों ही तरफ बातचीत कर रही हैं।

इमरान खान की ही पार्टी के कई सांसद बागी हो गए हैं और इस वजह से उनकी कुर्सी संकट में है। मामला इसलिए और भी पेचीदा है क्योंकि पाकिस्तान का संविधान अविश्वास प्रस्ताव पेश होने के बाद प्रधानमंत्री को संसद भंग करने और दोबारा चुनाव करवाने का अधिकार नहीं देता है। अगर प्रस्ताव संसद में आने से पहले ही संसद को भंग कर दिया जाता है तो दोबारा चुनाव का ऐलान किया जा सकता है। ऐसे में न इमरान खान ही प्रधानमंत्री रहेंगे और न ही चुनाव से पहले कोई और सत्ता अपने हाथ में ले पाएगा। 

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