फिर से खुली बस्तर विश्वविद्यालय की कंप्यूटर घोटाले की फाइल, 6 साल बाद फिर जाँच शुरु

जगदलपुर : प्रदेश के शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय अर्थात बस्तर विश्वविद्यालय में हुआ कम्प्यूटर घोटाला फिर से चर्चा में है। इसकी जाँच फाइल 6 वर्षों के बाद फिर से खुल गई है। सोमवार से एक बार फिर इस मामले में दो सदस्यीय टीम की जाँच शुरु हो गई है। दरअसल 2016 में शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में 65 कंप्यूटरों की खरीदी की गई थी। इस खरीदी के बाद संबंधित फर्म का करीब साढ़े 26 लाख रुपए का भुगतान विश्वविद्यालय से किया जाना था। लेकिन तत्कालीन प्रबंधन ने फर्म को किसी भी राशि भुगतान नहीं किया गया। ये 65 कंप्यूटर आज भी विश्वविद्यालय में रखे हुए हैं।

6 वर्षों पहले हुए इस घोटाले के बाद मामले में अधिकारियों ने आपसी मिली भगत करते हुए दस्तावेजों में छेड़खानी, संविदा कर्मचारियों पर आरोप मढ़ने, कंप्यूटर की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए भुगतान रोक दिया गया था। जिसके बाद मामले की शिकायत राज्यपाल अनुसुइया उइके से की गई। जिसके बाद मामले में राज्यपाल उइके की अनुशंसा पर दो सदस्यीय जांच टीम बस्तर विश्व विद्यालय पहुंचा है। इस जांच दल में हेमचंद विश्वविद्यालय, दुर्ग की कुलपति प्रोफेसर अरुणा पलटा और अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर के कुलपति ए डी एन वाजपेई शामिल हैं।

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