
नेशनल डेस्क। दुनिया भर में ब्रेन ट्यूमर दिवस 8 जून को मनाया जाता है। ब्रेन ट्यूमर एक बेहद खतरनाक बीमारी है। जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। फिर वो चाहे बच्चा हो, किशोर हो या फिर कोई वृद्ध। ब्रेन ट्यूमर जैसी समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है। ऐसे लोग जो रेडिएशन के संपर्क में अधिक रहते हैं और धूमपान अधिक करते हैं, ऐसे लोगों को ब्रेन ट्यूमर का बहुत ज्यादा खतरा होता है।

बच्चा हो या किशोर सभी हो रहे ब्रेन ट्यूमर के शिकार!
देखा जाए तो हाल ही में लगभग 20 साल से कम की उम्र के मरीजों में करीब 13 फीसदी मामलों का पता चला। वहीं बात करें 20 से 34 साल के मरीजों की तो, उनमें लगभग 9 फीसदी तक निदान किया गया था।
बदली दिनचर्या ओर खानपान के कारण बुजुर्ग ही नहीं युवा भी ब्रेन ट्यूमर का शिकार हो रहे हैं। प्राइवेट ट्रॉमा सेंटरर्स में न्यूरो सर्जन की ओपीडी में 20 से 30 नए मरीज हर महीने आते हैं। वहीं, सात से 10 मरीजों के हर माह ऑपरेशन हो रहे हैं।
वहीं चिकित्सकों की मानें, जागरूकता से इस रोग से बचा सकता है। लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल आठ जून को विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस मनाया जाता है।
इसका उपचार सर्जरी, कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी के माध्यम से होता है। सर्जरी के माध्यम से डॉक्टर पूरे ट्यूमर को या उसके कुछ भाग को निकाल देते हैं। ब्रेन ट्यूमर को निकालने के लिए की जाने वाली सर्जरी में कई जोखिम होते हैं जैसे संक्रमण और ब्लीडिंग भी अधिक हो सकती है। न्यूरो सर्जन की मानें तो शुरुआत में ही ऑपरेशन कर दिया जाए तो मरीज ठीक हो जाता है।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण
- सुबह उठते ही तेज सिरदर्द
- अचानक से बेहोशी आना
- आंखों से धुंधला दिखाई देना।
- बोलने में परेशानी होना
- अधिक थकान होना
- याददाश्त कमजोर होना
- चलते-चलते अचानक लड़खड़ाना
- शरीर में अचानक किसी भी तरह की संवेदना महसूस न होना
- मांसपेशियों में ऐंठन महसूस होना
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