समाजवादी नेता मधु लिमये
समाजवादी नेता मधु लिमये

रायपुर। देश के समाजवादी नेता स्व. मधु लिमये के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर प्रेसक्लब में सभागार, रायपुर मोतीबाग में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समिति के संरक्षक रघु ठाकुर की अध्यक्षता में कार्यक्रम आरंभ हुआ। बिलासपुर के हरीश केडिया, राजकुमार अग्रवाल, दुर्ग से प्रदीप चौबे, वरिष्ठ पत्रकार दिवाकर मुक्तिबोध की उपस्थिति में मधु लिमये के तेल चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित किया गया।

इस मौके पर रघु ठाकुर ने विस्तार से मधु लिमये के जीवन कर्म को रखते हुए कहा कि मधु जी का सारा जीवन सादगी और संघर्षों से भरा हुआ है तथा आजादी की लड़ाई में भी छात्र जीवन में कड़े संघर्ष यात्रा का इतिहास रहा है। गोवा को आजाद कराने के आंदोलन में भी उनकी बड़ी भूमिका रही है। छत्तीसगढ़ में मधु जी की यात्रा तथा आपातकाल के दौरान महासमुंद में उन्हें गिरफ्तार कर रायपुर जेल में रखा गया।

संसद की सदस्यता से दे दिया था इस्तीफा

मधु लिमये ने आपातकाल के समय संसद की अवधि बढ़ाए जाने का विरोध करते हुए संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया तथा अपनी पत्नी से मकान खाली करवाया, जो आज के नेताओं में तथा आज के समय के लिए कठिन है। आज के नेता मकान के लिए दल बदल लेते हैं और सिद्धातों को भुला देते हैं। लोहिया संसद में गरीबों की आवाज बने मधु लिमये, संसद में तर्क एवं कायदों के व्याख्याकार थे।

समारोह में आमंत्रित अतिथि पूर्व विधायक प्रदीप चौबे, राजकुमार अग्रवाल, हरीश केडिया, राम गुलाम ठाकुर, शोभा यादव, पत्रकार धीरेन्द्र साव, मातामणि तिवारी, सविता पाठक, वरिष्ठ पत्रकार दिवाकर मुक्तिबोध ने भी संबोधित किया। इस कार्यक्रम का संचालन समिति के सदस्य श्याम मनोहर सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापित समिति के सदस्य अशोक पंडा ने किया।
इस आयोजन में छत्तीसगढ़ रायगढ़, बिलासपुर, बस्तर, धमतरी, महासमुंद, राजनांदगांव, दुर्ग, भिलाई, रायपुर के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे। सभा के अंत में सभी ने खड़े होकर दो मिनिट की मौन श्रृद्धाञ्जलि अर्पित की।

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