नई दिल्ली। देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली है। उन्हें संसद के सेंट्रल हॉल में चीफ जस्टिस एनवी रमना ने राष्ट्रपति पद की शपथ दिलवाई। नवर्निवाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुबह शपथ ग्रहण से पहले राजघाट में जाकर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं शपथ ग्रहण के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 21 तोपों की सलामी दी गई।

“मैं पहली ऐसी राष्ट्रपति जिसने आज़ाद भारत में जन्म लिया”- मुर्मू
शपथ ग्रहण के बाद द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि मेरे लिए महिलाओं के हित सर्वोपरि होंगे। लोकतंत्र की शक्ति ने मुझे यहां तक पहुंचाया। देश के गरीब आदिवासी, दलित और पिछड़े मुझमें अपना प्रतिबिंब देख सकते हैं। मेरे इस निर्वाचन में पुरानी लीग से हटकर आज के दौर में आगे बढ़ने वाले युवाओं का भी योगदान शामिल हैं। द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मैं देश की ऐसी पहली राष्ट्रपति भी हूँ जिसका जन्म आज़ाद भारत में हुआ है।
बता दें द्रौपदी मुर्मू पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के बाद देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। संसद के सेंट्रल में समारोह के समापन के बाद द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना होंगी, जहां उन्हें एक इंटर-सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा और निवर्तमान राष्ट्रपति का शिष्टाचार सम्मान किया जाएगा।
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