रायपुर। छत्तीसगढ़ के बिजली उपभोक्ताओं को सोमवार को बड़ा झटका लगा है। विधानसभा आज यानि 25 जुलाई को छत्तीसगढ़ विद्युत शुल्क संशोधन विधेयक पारित किया गया ।

संसोधन विधेयक के पारित होने के साथ ही अब ऊर्जा प्रभार में बढ़ोतरी होगी। घरेलू उपभोक्ताओं पर ऊर्जा प्रभार में बढ़ोतरी की गई है। 8% प्रतिशत से बढ़ाकर 11% किया गया। 3% की बढ़ोत्तरी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए की गई है।
मिनी स्टील प्लांट और फेरो एलॉयज इकाईयों के लिए 6% से बढ़ाकर 8% प्रतिशत किया गयाा । वहीं आट्टा चक्की, आईल, थ्रेसर, एक्सपेलर के लिए 3% से बढ़ाकर 4% किया गया है ।
गैर घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 12% प्रतिशत से बढ़ाकर 17% किया गया है. सीमेंट उद्योग में 15% से बढ़ाकर 21% किया गया है। 25 हॉर्सपावर तक के एल टी उद्योगों के लिए 3% से बढ़ाकर 4% किया गया है।
सदन में विपक्ष ने जमकर किया हंगामा
(महंगी बिजली को लेकर सदन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। चर्चा के दौरान बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने सरकार को घेराते हुए कहा कि विद्युत शुल्क में बढ़ोत्तरी कर सरकार अपनी जेब भरने जा रही है. इसके पहले गौठनों के सेस, कोरोना सेस शराब पर सेस लगाकर लूटा गया।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि बिजली दरों को 10 साल बाद अनुपातिकरण किया जा रहा है। इससे पहले 2012 में अनुपातिकरण किया गया था, जब बीजेपी की ही सरकार थी।इसकी राशि राज्य के संचित निधि में ही जाएगा. जो शुल्क लगाया गया है वो सेस या उपकर नहीं है।
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