एसटीएफ ने किया सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़

लखनऊ। लेखपाल भर्ती में फर्जीवाड़े को लेकर एसटीएफ ने कुल 18 लोग गिरफ्तार किए हैं, जिनमे अभ्यर्थी, साल्वर और गैंग लीडर शामिल हैं। बता दें कि यूपी में 501 सेंटर्स पर आज सुबह 10 बजे से 12 बजे तक लेखपाल भर्ती की परीक्षा थी। इस दौरान यूपी एसटीएफ को पता चला कि प्रयागराज में लेखपाल परीक्षा में साल्वर गैंग एक्टिव है। इसको लेकर एसटीएफ तुरंत एक्शन मोड में आ गई। इस मामले में पूरे प्रदेश में अलग-अलग जगहों से कुल 18 लोग गिरफ्तार किए गए हैं।

सॉल्वर के साथ ही पकड़े गए मुन्ना भाई

लेखपाल भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़े के मामले STF ने प्रयागराज में विजय कांत पटेल, दिनेश कुमार यादव, सोनू कुमार को गिरफ्तार किया है। जानकारी मिली है कि विजय कांत ने लेखपाल परीक्षा में 7 अभ्यर्थियों से 70 लाख रुपये लिए थे और सभी को ब्लूएटूथ ईयरबड और ब्लूटूथ डिवाइस दिए थे। एसटीएफ ने इन सात अभ्यर्थियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। सॉल्वर गैंग के तार पेपर लीक कराने वाले प्रयागराज के कुख्यात पटेल गैंग से जुड़ते नजर आ रहे हैं। सॉल्वर गैंग के लोग परीक्षा में नकल कराने से लेकर पेपर लीक करने या किसी और की जगह बैठकर पेपर देने तक का काम करता है। यूपी एसटीएफ की लखनऊ यूनिट ने सबसे पहले प्रयागराज से नरेन्द्र पटेल और संदीप पटेल को गिरफ्तार किया। संदीप पटेल, पहले भी कई बार जेल जा चुके डॉ. के. एल. पटेल का करीबी रहा है।

नरेन्द्र पटेल और संदीप पटेल

इस तरीके से मामले का हुआ खुलासा

वाराणसी के कॉलेज में आयोजित लेखपाल भर्ती परीक्षा के दौरान एसटीएफ ने अपने इनपुट के आधार पर कान और हाथ में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लेकर परीक्षा दे रहे एक आरोपी परीक्षार्थी को धर दबोचा। इस दौरान एसटीएफ को आरोपी के पास से पर्याप्‍त सबूत भी मिले। एसटीएफ की पूछताछ में आरोपी पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि इस सॉल्वर गैंग का सरगना प्रयागराज का रहने वाला विजयकांत पटेल है जो। उससे पुष्पेंद्र की मुलाकात 30 जुलाई प्रयागराज के फूलपुर में हुई जहां विजयकांत ने 10 हजार रुपये लेकर पुष्पेंद्र को दो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस। उसने कहा कि एक डिवाइस कान में लगानी है और दूसरे डिवाइस में सिम कार्ड लगाकर अपने हाथों में कार्बन के साथ बांधना है। कार्बन की वजह से मेटल डिटेक्टर से भी यह डिवाइस पकड़ी नहीं जाएगी।

10 लाख में परीक्षा पास कराने की गारंटी

प्रयागराज की एक अन्य यूनिट ने विजयकांत पटेल और उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार विजयकांत पटेल ने 10- 10 लाख रुपये लेकर परीक्षा में पास कराने का जिम्मा लिया था. इसके लिए उसने कैंडिडेट के कान में ब्लूटूथ लगा दिया था, इसी ब्लूटूथ के जरिए परीक्षार्थी को उसके सवालों के जवाब बताए जा रहे थे।