मौसम विभाग का अलर्ट: कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी

रायपुर। छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में लगातार हो रही बारिश अब बड़ी मुसीबत बन गई है। रायपुर से लेकर रायगढ़ और जांजगीर-चांपा से लेकर बस्तर तक हालत बिगड़े हुए हैं। रायगढ़ और जांजगीर-चांपा में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। पामगढ़ में अस्पताल डूब गया है।

प्रदेश की सबसे प्रमुख नदी महानदी के किनारे बसे गांव डूबने की कगार पर हैं। ऐसे में उन्हें खाली करा लिया गया है। लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया जा रहा है। कांकेर में भी कई गांव टापू बन गए हैं। सुकमा के कोंटा में NH-30 पांच दिन से बंद है।

हालात का जायजा लेने बस्तियों में नाव से पहुंचे कलेक्टर, विधायक

रायगढ़ में लगातार बारिश से बाढ़ के हालात हैं। इस बीच कलेक्टर रानू साहू, एसपी अभिषेक मीणा और विधायक प्रकाश नायक नाव से बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए पहुंचे। उन्होंने बस्तियों में जाकर वहां के हालात देखे और बचाव व राहत कार्य का जायजा लिया। बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित सूरजगढ़, बोरिदा पहुंचे और वहां लोगों से बातचीत कर हालात का जायजा लिया। उन्होंने पड़ीगांव, सरिया, छिछोरउमरिया में बनाए गए राहत शिविरों का भी निरीक्षण किया। साथ ही परसापाली,चंगोरी, खपरा पाली का भी निरीक्षण किया।

कलेक्टर रानू साहू ने बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे करने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए हैं। जिससे प्रभावितों को मुआवजे की राशि जल्द दी जा सके। खपरा पाली में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए उन्होंने लोगों को राहत शिविर में जाने की समझाइश दी। कलेक्टर साहू ने आपात स्थिति के मद्देनजर प्रत्येक राहत शिविर में एक MBBS डॉक्टर तैनात रखने के लिए CMHO डॉ. केसरी को निर्देशित किया। इसके साथ ही उन्होंने पर्याप्त दवाई के साथ बाढ़ की स्थिति में सर्प दंश के उपचार के लिए एंटी वेनम रखने के निर्देश दिए।

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