14 करोड़ के लोन का किया फर्जीवाड़ा

बेमेतरा। यहां ऐसे ठगों का गिरोह सक्रिय है, जिसके सदस्य बैंक मैनेजर को लालच देकर फर्जी तरीके से लोन स्वीकृत कराते हैं। ऐसे ही एक मामले में इंडियन ओवरसीज बैंक बेमेतरा में 14 करोड़ की राशि लोन के रूप में अवैध तरीके से 180 खाता धारकों को ट्रांसफर कर दिया गया है। प्रारंभिक जांच में बैंक के तत्कालीन शाखा प्रबंधक विनीत दास सहित चार ग्रामीणों के नाम सामने आए हैं।

धोखाधड़ी के इस मामले की जानकारी मिलने पर इंडियन ओवरसीज बैंक के वर्तमान शाखा प्रबंधक राजू पाटनवर ने पूर्व प्रबंधक विनीत दास के अलावा ग्रामीण कमलेश सिन्हा, सोहन वर्मा, नागेश वर्मा और टीकाराम माथुर के विरुद्ध कोतवाली में शिकायत की है। पुलिस ने पांचों आरोपितों को नामजद कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

पूर्व में जेल की खा चुके हैं हवा

पुलिस के मुताबिक पूर्व में भी इस तरह के कई मामलों में FIR दर्ज किया गया था, लेकिन करोड़ों रुपये की हेराफेरी के आरोपित कुछ दिनों तक जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर गए और फिर से हेराफेरी शुरू कर दी। गिरोह के सदस्य इसी तरह अलग-अलग बैंकों को निशाना बनाते हैं और बैंक प्रबंधक को पैसे का लालच देकर अपने मंसूबे पर कामयाब हो जाते है। पुलिस की जांच में और भी कई मामलों का खुलासा हो सकता है।

खाताधारकों ने निकाल लिए रूपये

इंडियन ओवरसीज बैंक, बेमेतरा से 14 करोड़ की राशि जिन 180 खातों में ट्रांसफर की गई, उन खाताधारकों ने रुपये भी निकाल लिए हैं। माना जा रहा है कि पूरे प्रकरण में सभी खाताधारकों की भी संलिप्तता हो सकती है। क्योंकि सुनियोजित साजिश के तहत उनके खाते में राशि जमा की गई और खाताधारकों ने उक्त राशि का आहरण भी किया गया। इस मामले में तत्कालीन शाखा प्रबंधक सहित चार ग्रामीणों को मुख्य आरोपित बनाया गया है।

बेमेतरा थाना प्रभारी कोतवाली पीपी अवधिया ने कहा, इंडियन ओवरसीज बैंक के शाखा प्रबंधक द्वारा दिए गए आवेदन और दस्तावेज के आधार पर पांच लोगों के विरुद्ध मामला पंजीकृत किया गया है। दस्तावेज के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।

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