रायपुर। केंद्र के समान महंगाई भत्ता, एरियर्स समेत विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेश के सभी सरकारी कर्मचारी-अधिकारी कल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। कर्मचारियों के इस अनिश्चितकालीन हड़ताल से सरकारी कामकाज बुरी तरह से प्रभावित होने के आसार जताए जा रहे हैं। वहीं सभी विभागों के संविदा कर्मियों ने भी हड़ताल की घोषणा कर दी है। अब तक सरकारी कर्मचारियों के हड़ताल पर होने पर संविदा कर्मियों की उपस्थिति में कामकाज होता रहता था लेकिन संविदा कर्मियों के भी हड़ताल पर चले जाने से सरकारी कार्यालयों में कामकाज रहेगा पूरी तरह ठप्प हो सकता है।

बता दे ये सभी कर्मचारी केन्द्र के समान देय दिनांक से 34% महंगाई भत्ता, एरियर्स देने एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता दिए जाने की प्रमुख मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। जिसमे प्रदेश के लगभग पांच लाख कर्मचारी एवं अधिकारीयों के साथ राज्य के न्यायायिक सेवा के कर्मचारी भी 23 जिलों में हड़ताल में रहेंगे, जिसके कारण जिला न्यायालय बंद रहेगा।

राजधानी में बढ़ी पुलिस की चाक चौबंध

कर्मचारियों के हड़ताल को मद्देनज़र रखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर आ गया है। पुलिस मुख्यालय ने हड़ताली कर्मचारियों से निपटने अलग अलग जिलों से 40 अधिकारीयों समेत भारी संख्या में पुलिस फ़ोर्स को बुलाकर राजधानी में तैनात कर दिया है। जानकारी के अनुसार धरने को देखते हुए 2 IPS, 15 ASP समेत बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारीयों की ड्यूटी लगाई जा रही है।

लिपिक संघ नहीं होगा हड़ताल में शामिल

आज देर शाम मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद लिपिक संघ ने अनिश्चितकालीन हड़ताल से अपने हाथ पीछे खिंच लिए हैं। मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने लिपिक संघ को आश्वासन देते हुए कहा है कि वे यथाशीघ्र मुख्य सचिव से बात कर उनकी मांग को पूरा करेंगे। जिसके बाद लिपिक संघ ने हड़ताल में शामिल न होने का फैसला लिया है।

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