0 राज्यपाल रमेश बैस ने राज्य निर्वाचन आयोग से की अनुशंसा,

विशेष संवादाता, रायपुर
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर राजभवन की ओर से दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है। आपको बता दें कि सोरेन की विधानसभा की सदस्यता रहेगी या जाएगी, इसका फैसला राज्यपाल रमेश बैस ने ले लिया है। चुनाव आयोग के बाद राज्यपाल के पीला में थी जिसपर निर्णय बीती रात को लेना था पर 24 घंटे बाद राजभवन से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता रद्द करने की अनुशंसा की गई है। इसका मतलब साफ है कि उन्हें पुनः चुनाव जीतकर ही सीएम नए सिरे से बनना होगा। छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता रहे रमेश बैस ने यह फैसला लिया है, जो अब झारखंड के राज्यपाल हैं। चुनाव आयोग ने जो सिफारिश भेजी है, उस पर राज्यपाल को फैसला लेना था। यदि विधानसभा की सदस्यता चली जाएगी तो सोरेन को सीएम बने रहने के लिए नए सिरे से चुनाव लडना होगा और जीतना होगा। हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा राजभवन से होना बाकि है।

सोरेन की पार्टी के विधायक छग. में लाये जाने का हल्ला

झारखण्ड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता चले जाने के बाद पार्टी के विधायक और मंत्रियों के छत्तीसगढ़ आने का हल्ला है। जानकारों की मानें तो बीजेपी और अन्य दलों के अलावा कोई मुख्यमंत्री का संभावित दावेदार का नाम या पार्टी नेताओं को बहला फुसलाये न इसके लिए उन्हें सेफ ज़ोन में शिफ्ट किया जायेगा। सोरेन छत्तीसगढ़ के प्रति ज्यादा आश्वस्त हैं। बता दें की सोरेन सर्कार शराब से मुनाफा कमाने के गुर भी यहाँ से स्खने के लिए इन्ट्रेटेड थे। बाकायदा प्रदेश आबकारी निति और कंसल्टिंग के लिए दोनों राज्यों के बिच राफ्ता भी है। सूत्रों की मानें तो झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के विधायकों को मेफेयर लाया जा सकता है।

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