पहले ही दिन से फॉर्म में नजर आए चीफ जस्टिस यूयू ललित, सुप्रीम कोर्ट में 592 मामलों की हुई सुनवाई

टीआरपी डेस्क। भारत के चीफ जस्टिस यूयू ललित के पद संभालते ही पहले दिन से ही सुप्रीम कोर्ट में मामलों की सुनवाई तेज हो गई है। उनके पद संभालते ही पहले दिन सुप्रीम कोर्ट में 592 मामलों की सुनवाई हुई।

भारत के प्रधान न्यायाधीश उदय उमेश ललित ने सोमवार को स्पष्ट तौर पर कहा कि मामलों को सूचीबद्ध करने जल्द ही एक नया तंत्र विकसित किया जाएगा। चीफ ने वकीलों से यह भी कहा कि वे अपने मामलों की त्वरित सुनवाई के लिए रजिस्ट्रार के समक्ष मेंशनिंग करें, न कि सीजेआई के अदालत कक्ष में। सीजेआई ने कहा, हमारे पास गुरुवार तक एक नया तंत्र होगा। तब तक, हम इसे चैंबर में देखेंगे और यदि आवश्यक हुआ तो हम इसे सूचीबद्ध करेंगे।

तीन क्षेत्रों पर फोकस करने पर ध्यान

पिछले हफ्ते शुक्रवार को सीजेआई जस्टिस यूयू ललित ने कहा था कि वह अपने 74 दिनों के कार्यकाल के दौरान तीन क्षेत्रों में अधिक फोकस करेंगे। इनमें केस को सूचीबद्ध करने में पारदर्शिता, जरूरी मामलों की तत्काल सुनवाई के लिए मेंशनिंग और संविधान बेंच की स्थापना शामिल हैं।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के सबसे सीनियर जस्टिस उदय उमेश ललित ने शनिवार को भारत के 49वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी। सीजेआई के रूप में जस्टिस यूयू ललित का कार्यकाल महज 74 दिनों का ही होगा और 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर वह आठ नवंबर को रिटायर हो जाएंगे।

900 याचिकाएं की गई थीं सूचीबद्ध

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में कुल 900 याचिकाएं सूचीबद्ध की गई थीं। इनमें से 60 जनहित याचिकाएं थीं। इनमें से 592 मामलों पर सोमवार को सुनवाई हुई। कहा जा रहा है कि ऐसा पहली बार हुआ है कि जब सुप्रीम कोर्ट में एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में मामलों की सुनवाई हुई है। सीजेआई यूयू ललित ने जस्टिस एस रवींद्र भट के साथ पीठ की अध्यक्षता करते हुए 62 याचिकाओं पर सुनवाई की, जिनमें से 10 जनहित याचिकाएं थीं।

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