जनसेवा से नहीं स्मार्ट सिटी वालों को विज्ञापन एजेंसी से है मतलब

० हादसों को दावत देगा मरीन ड्राइव बस स्टॉप
० सेवा बहाली से पहले ही विवादों में बस स्टॉप

रायपुर। पूर्व में सिटी बसें जनसेवा कम और विज्ञापन एजेंसियों के लिए ज़्यादा समर्पित दिखने लगी थीं। नई सिटी बसों को विज्ञापन एजेंसी ने पान-गुठकों और अन्य ब्रांड्स को प्रोजेक्ट करने वाले स्टिकर से ढक दिया था। ठेका लेने वालों ने आपसी सांठगांठ करके खूब मुनाफा कमाया पर नई AC और नॉन ऐसी सिटी बसें चंद महीनों में ही खटारा दिखने लगी थी। एक बार फिर जिम्मेदार अफसरों की शह पर नए AC बस स्टॉप इसकी भेंट चढ़ने वाले हैं। जांच की बात यह है कि जिस एड एजेंसी को शहर के सभी ऐसी बस स्टॉपेज का ठेका दे दिया गया है उसके इशारे में कहीं भी बस स्टॉप बना दिया गया है। इसमें से कुछ ऐसे स्थानों में निर्मित कर दिए गए हैं जो दुर्घटनाजन्य स्थान हैं। लेकिन सर्वाधिक भीड़भाड़ वाले इलाकों और व्यस्त मार्गों में से एक तेलीबांधा मरीन ड्राइव में नया ऐसी बस स्टॉप बना दिया गया है।

इस अप्रासंगिक स्थान पर सिटी बसों के स्टॉपेज से हादसों का अनहोनी का खतरा और ट्रैफिक जाम से विभाग को कोई चिंता नहीं, सिर्फ बस स्टॉप में डिस्प्ले होने वाले प्रोडक्ट और ठेका लेने वाली एड एजेंसी को लाभ पहुँचाने से है। जबकि इससे पहले भी मरीन ड्राइव से कुछ दूर पर बस स्टॉप बनाया गया था जो यात्रियों की सुविधा और आम जनता के सहूलियत को ध्यान में रख कर बना था। इसके विपरीत वर्तमान में इन AC बस स्टॉप का निर्माण विज्ञापन एजेंसियों की सुविधा के मद्देनज़र बनाया गया है। बस स्टॉप को देख कर इस बात का अंदाज़ा भी बड़ी आसानी से लगाया जा सकता है कि इन्हे यात्रियों की सुविधा के लिए नहीं बल्कि विज्ञापन एजेंसी को फायदा पहुंचाने के लिए बनाया गया है।

बस सेवा बहाली के पहले विज्ञापन से ढंकने की तैयारी पूरी

टीआरपी की पड़ताल से साफ हो जाता है कि स्मार्ट सिटी द्वारा लाखों की लागत से निर्मित इन AC बस स्टॉप पर बस सेवा तो अभी बहाल नहीं की गई है ,उससे पहले इन बस स्टॉपेज में डिस्प्ले पर विज्ञापन से पब्लिक सेवा को ढंकने की तैयारी जोर-शोर से चल रही हैं। इन बस स्टॉप के विज्ञापन डिस्प्ले पर विज्ञापनों का ठेका एक निजी एडवर्टीज़मेंट कंपनी को दिया गया है।

मिलना तो दूर बात करने का भी वक्त नहीं साहब के पास

अपर आयुक्त नगर निगम, सुनील चद्रवंशी से जब टीआरपी ने जानना चाहा कि गलत और दुर्घटनाजन्य स्थानों में AC बस स्टॉप के निर्माण का क्या तुक तो वे जवाब देने उपलब्ध नहीं हुए। उन्होंने फोन भी नहीं उठाया। तत्संबंध में इन्ही सवालों को लेकर जब जिम्मेदारों से बात करने की कोशिश की गई तो वे कोई संतोषप्रद उत्तर नहीं दे पाए।

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