नेशनल डेस्क। इस समय नवरात्रि का पावन पर्व मनाया जा रहा है। नवरात्रि के 9 दिनों में मां के 9 रूपों की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है। आज नवरात्रि का सातवां दिन है। नवरात्रि के सातवें दिन मां के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा- अर्चना की जाती है। कहा जाता है मां कालरात्रि की पूजा करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। मां कालरात्रि की पूजा से शनिदेव भी शांत होते हैं।

माता का स्वरुप
देवी कालरात्रि का शरीर अंधकार की तरह काला है। मां के बाल लंबे और बिखरे हुए हैं। मां के गले में माला है जो बिजली की तरह चमकते रहती है। मां कालरात्रि के चार हाथ हैं। मां के हाथों में खड्ग, लौह शस्त्र, वरमुद्रा और अभय मुद्रा है।
मां कालरात्रि पूजा विधि…
- सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर साफ- स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें।
- मां की प्रतिमा को गंगाजल या शुद्ध जल से स्नान कराएं।
- मां को लाल रंग के वस्त्र अर्पित करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां को लाल रंग पसंद है।
- मां को स्नान कराने के बाद पुष्प अर्पित करें।
- मां को रोली कुमकुम लगाएं।
- मां को मिष्ठान, पंच मेवा, पांच प्रकार के फल अर्पित करें।
- मां कालरात्रि को शहद का भोग अवश्य लगाएं।
- मां कालरात्रि का अधिक से अधिक ध्यान करें।
- मां की आरती भी करें।
आज के शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- 04:37 ए एम से 05:26 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11:47 ए एम से 12:34 पी एम
विजय मुहूर्त- 02:09 पी एम से 02:56 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 05:54 पी एम से 06:18 पी एम
अमृत काल- 07:50 पी एम से 09:20 पी एम
निशिता मुहूर्त- 11:46 पी एम से 12:35 ए एम, अक्टूबर 03
सर्वार्थ सिद्धि योग- 06:14 ए एम से 01:53 ए एम, अक्टूबर 03
आज के शुभ मुहूर्त-
राहुकाल- 04:37 पी एम से 06:06 पी एम
यमगण्ड- 12:10 पी एम से 01:39 पी एम
आडल योग- 06:14 ए एम से 01:53 ए एम, अक्टूबर 03
दुर्मुहूर्त- 04:31 पी एम से 05:19 पी एम
गुलिक काल- 03:08 पी एम से 04:37 पी एम
भद्रा- 06:47 पी एम से 05:43 ए एम, अक्टूबर 03