बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बगहा में एक आदमखोर बाघ को शनिवार को मार दिया गया है। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ने इस आदमखोर बाघ को मारने का आदेश दिया था, जिसके बाद से उसे गन्ने के खेत में चारों तरफ से घेर लिया गया था और शूटर्स भी तैनात थे। बता दें कि, पिछले 6 महीने में बाघ ने वीटीआर के रिहायशी इलाकों में 8 लोगों को अपना शिकार बनाया था, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई है। आदमखोर बाघ के रेस्क्यू अभियान के लिए करीब 400 लोगों की टीम लगी हुई थी। मगर, बाघ सबको चकमा देकर भाग जा रहा था।

बाघ इतना ज्यादा खतरनाक था कि इसने लोगों की नींदें उड़ा दी थीं। इसकी वजह से लोग घरों से बाहर निकलने में भी डर रहे थे। वहीं, लोगों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने इसे मारने के आदेश जारी किए थे। एक अधिकारी ने बताया कि पिछले 3 दिनों में यह बाघ 4 लोगों को अपना शिकार बना चुका था।

वीटीआर बिहार के चंपारण के साथ ही नेपाल और उत्तर प्रदेश तक फैले वनक्षेत्र का हिस्सा है। यहां जंगल के आस-पास काफी गांव बसे हुए हैं। इससे सटे यूपी और नेपाल के जंगलों में 50 से ज्यादा बाघ होने का अनुमान है। हालांकि, बाघ आम तौर पर आबादी वाले इलाकों में नहीं जाते हैं, लेकिन माना जा रहा है कि यह बाघ आदमखोर हो गया था। इस वजह से वह लगातार गांवों में जा रहा था।

अधिकारी ने बताया कि किसी जंगली जानवर को मारने का आदेश एक प्रक्रिया के तहत दिया जाता है। अगर कोई जानवर आदमखोर हो जाता है और इंसानों के लिए खतरा बन जाता है तो उसको मारने का आदेश दिया जाता है। माना जा रहा है कि यह बाघ जंगल में शिकार की कमी के कारण ही इंसानों और मवेशियों की तलाश में आबादी की तरफ होगा।

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