नई दिल्ली। कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे  दिवाली के बाद 26 अक्टूबर को कार्यभार संभालेंगे। खरगे ने एक पत्रकार वार्ता में कहा कि हम सभी को पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरह काम करना है, पार्टी में कोई भी बड़ा या छोटा नहीं होता है। हमें साम्प्रदायिकता की आड़ में लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हमला करने वाली फासीवादी ताकतों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा। उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का आभार जताया है।


कुशासन के खिलाफ संसद से सड़क तक संघर्ष करेंगे
कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि वह लोकतंत्र की मजबूती के लिए संसद से सड़क तक संघर्ष करेंगे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन पर जो भरोसा जताया है उस पर खरे उतरेंगे। खड़गे ने पार्टी अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद अपने अपने आवास पर पत्रकारों से कहा कि देश को एक तानाशाह की सनक की भेंट नहीं चढाया जा सकता है इसलिए सभी को मिलकर इन ताकतों के खिलाफ लड़ना पड़ेगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने का भरोसा देते हुए खड़गे ने कहा कि आपने मुझ पर भरोसा जताया है और गरीब परिवार में जन्मे एक सामान्य कार्यकर्ता को कांगेस का अध्यक्ष बनाया है, मैं आपके भरोसे पर खरा उतरूंगा।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना उन पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली की सत्ता पर बैठे हुक्मरान बातें तो बहुत करते हैं पर काम कुछ नहीं करते। असलियत में उनके चरित्र को चार शब्दों में बताया जा सकता है-खोखला चना बाजे घना। देश में सबसे बड़ी समस्या कमरतोड महंगाई है, भयंकर बेरोजगारी है, अमीर गरीब के बीच की खाई है और सरकार के द्वारा देश में फैलाई जाने वाली नफरत है।


भाजपा की सरकार में आज लोकतंत्र खतरे में
खड़गे ने कहा कि पिछले 75 साल के दौरान कांग्रेस ने संविधान की रक्षा करते हुए लगातार देश के लोकतंत्र को मजबूत किया है लेकिन आज लोकतंत्र खतरे में है और संविधान पर हमला बोला जा रहा है, संस्थानों को तोड़ा जा रहा है ऐसे में कांग्रेस ने अध्यक्ष पद के लिए चुनाव करवा कर देश के लोकतंत्र को मजबूत करने का उदाहरण पेश किया है।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू और वॉट्सएप, पर