कैदी

मुंगेली। पत्नी की हत्या के मामले में जेल में बंद कैदी ने चादर को फांसी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। दो दिन पहले ही इस कैदी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। इस मामले में ड्यूटी पर तैनात जेल प्रहरी को निलंबित कर दिया गया है।

मिली जानकारी के मुताबिक राहुल साहू नामक 22 वर्षीय युवक को पुलिस ने उसकी पत्नी की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था। हत्या की इस वारदात में पुलिस ने राहुल की मां को भी आरोपी बनाया था। जेलर एन.के.शर्मा के मुताबिक दो दिन पहले न्यायायल ने आरोपी राहुल साहू को आजीवन कारावास की सजा सुनायी थी। वही उसकी मां के खिलाफ दोष सिद्ध नही होने पर उसे बरी कर दिया गया था।

जेल प्रबंधन के मुताबिक सजा सुनाये जाने के बाद राहुल काफी परेशान था, जिसके बाद जेलर एन.के.शर्मा ने काउंसलिंग कर राहुल को समझाईश भी दी थी। आज सुबह राहुल की लाश जेल के बैरक नंबर 3 की सीढ़ी के पास फांसी के फंदे पर मिली। बताया जा रहा है कि राहुल ने जेल में मिलने वाले चादर को फाड़कर फांसी का फंदा बनाने के बाद उसे बैरक की सीढ़ी से बांधकर खुदकुशी कर ली। इस घटना के बाद जेल में हड़कंप मच गया। जेल के अंदर कैदी की आत्महत्या के मामले में प्रारंभिक तौर पर डयूटी पर तैनात प्रहरी हिमांशु बंजारे की लापरवाही सामने आयी है जिसके चलते उसे सस्पेंड कर दिया गया है।

परिजनों ने मौत को लेकर जताया संदेह

कैदी की आत्महत्या के इस मामले में मृतक के परिजनों और वकील ने संदेह जताया है। राहुल साहू के पिता शिव कुमा ने बताया कि कल ही उसका बड़ा पुत्र राहुल से मिलने आया था, उस वक्त उसने आजीवन कारावास की सजा से संबंधित कोई भी बात नहीं बताई थी, और न ही वह किसी प्रकार के डिप्रेशन में नजर आ रहा था। फिर अचानक रात भर में ऐसा क्या हो गया जो आज सुबह उसके फांसी लगाकर जान देने की बात कही जा रही है। वहीं जेल के बाहर मौजूद राहुल साहू के वकील ने भी बताया कि उन्हें भी न्यायालय द्वारा राहुल को सजा दिए जाने की जानकारी नहीं थी। वकील ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि पंचनामे के दौरान उन्हें अंदर जाने नहीं दिया गया।