नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) कल यानि रविवार को एक नया इतिहास रचने जा रहा है। हरिकोटा से रविवार को छोड़े जाने वाले के अब तक के सबसे भारी प्रक्षेपण वाहन जीएसएलवी एके 3 के लिए 24 घंटे पहले शुरू की जाने वाली उलटी  गिनती आज शुरु हुई । यह अतंरिक्ष यान अपने साथ ब्रिटेन की कम्पनी वन वेब के 36 उपग्रह लेकर को लेकर जायेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के सूत्रों ने बताया कि उलटी गिनती आज दोपहर से शुरू हुई।


भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी का यह पहला मिशन होगा जो पूर्णतया वाणिज्यिक होगा। इसरो ने जीएसएलवी एमके 3 को फिर से डिज़ाइन किया है क्योंकि यह उपग्रहों को पृथ्वी की निचली कक्षा में प्रक्षेपित करेगा। जबकि जीएसएलवी को भू-तुल्यकालिक स्थानांतरण कक्षा के लिए डिजाइन किया गया था।


छह सौ 44 टन का भार लेकर उडने वाला यह रॉकेट के अपनी उड़ान के लगभग 20 मिनट बाद इन उपग्रहों को 601 किमी के गोलाकार पृथ्वी की निचली कक्षा में प्रक्षेपित कर देगा। इसके साथ ही इसरों उपग्रह पक्षेपण के लिए वाणिज्यिक बाजार में दाखिल हो जायेगा। इसरो ने कहा कि यह पहला सबसे भारी बहु-उपग्रह मिशन है जो पृथ्वी की निचली कक्षा में एक साथ 36 उपग्रहों को प्रक्षेपित करेगा।