paddy game begins - बिचौलिए और किसानों की मिलीभगत से ऐसा गोलमाल
paddy game begins - बिचौलिए और किसानों की मिलीभगत से ऐसा गोलमाल

विशेष संवादाता, रायपुर

इस बार छत्तीसगढ़ में खरीफ वर्ष 2022-23 के लिए धान खरीदी एक महीने पहले शुरू हो रही है, ऐसे में ज्यादातर फसल अब तक कटी नहीं है। हर साल की तरह इस साल भी समर्थन मूल्य पर ओडिशा का धान खपाने की तैयारी है। बिचौलियों के साथ मिलकर ऐसा वे किसान करते हैं, जिनका उत्पादन कम होता है या फिर जो रकबे में दूसरी फसल लगाकर धान का पंजीयन कराने में कामयाब हो जाते हैं।

किसानों के खेत में फसल खड़ी है और ओडिशा का धान घरों में डंप करा चुके हैं किसान। जिला प्रशासन ने मारा छापा छत्तीसगढ़ में एक नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हुई है और आज दूसरा दिन है। दूसरे राज्यों का धान नहीं खपाया जा सके, इसके लिए जिला प्रशासन लगातार छापेमार कार्रवाई कर रहा है।

धान खरीदी उत्सव से पहले ही सीमावर्ती इलाके के 28 रास्तों पर चेक पोस्ट भी शुरू हो गया है। चेक पोस्ट पर सघन चेकिंग कर ओडिशा से आने वाले धान को रोकने का काम किया जाएगा। इसी प्रतिबंध के डर से किसानों और बिचौलियों ने पहले से ही ओडिशा का धान लाकर घरों में डंप कर दिया है, लेकिन जिला प्रशासन की टीम छापेमार कार्रवाई कर अवैध रूप से भंडारित धान को जब्त कर रही है।

28 अक्टूबर को सुपेबेड़ा में 4 किसानों के घर से 243 बोरा और छत्तीसगढ़ सीमा पार करते पिकअप से 65 बोरा धान जब्त किया गया। जब्त धान की कीमत 2 लाख 21 हजार 760 रुपए थी। एसडीएम अर्पिता पाठक की कार्रवाई 30 और 31 अक्टूबर को भी जारी रही। गरियाबंद जिले की SDM अर्पिता पाठक ने अपनी टीम के साथ 3 गावों में छापेमारी कर 708 बोरा धान जब्त किया है। जब्त धान की कीमत 5 लाख 9 हजार 760 रुपए है। मामला देवभोग थाना क्षेत्र का है। ऐसा ही खेल सीमावर्ती क्षेत्रों में सामान्य है।