Mahadev-Kohinoor Satta App - बिरयानी सेंटर की आड़ में लाखों रुपयों का लेनदेन
Mahadev-Kohinoor Satta App - बिरयानी सेंटर की आड़ में लाखों रुपयों का लेनदेन

विशेष संवादाता, रायपुर

बिरयानी सेंटर की आड़ पर महादेव बुक सट्टा के लिए दांव लेने वाले दो बुकियों को पुलिस ने दिल्ली में छापा मारकर गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने एक बस ड्राइवर को रेस्तरां में पार्टनर बनाने का झांसा देकर बैंक खाता खुलवाया। उसमें सट्टे के पैसे का ट्रांजेक्शन करने लगे थे। आरोपियों का फर्जीवाड़ा जब सामने आया, तो वे शहर छोड़कर भाग निकले। दोनों आरोपी दिल्ली में छिपे हुए थे, जहां छापा मारकर दोनों को पकड़ लिया है। वहीं पुलिस ने महादेव बुक और कोहिनूर बैटिंग के लिए कमीशन पर दांव लेने वाले 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।

खाते में10 लाख कैश हुआ सीज़

आरोपियों के खाते से 10 लाख से ज्यादा की रकम फ्रीज की गई है। मोबाइल, लैपटॉप जब्त किया गया है। पुलिस ने बताया कि तात्यापारा निवासी आशीष भालकर और मोहम्मद नावेद दोनों जायका बिरयानी सेंटर चलाते हैं। रायपुर-भिलाई में आरोपियों का रेस्तरां है। आरोपी उसकी आड़ में महादेव बुक सट्टा चला रहे थे। आरोपियों ने दांव लेने के लिए कमीशन पर लड़के रखे हुए हैं। उन्हें 15 हजार से लेकर 30 हजार वेतन दिया जाता है। आरोपियों ने सट्टे के पैसों का ट्रांजेक्शन करने के लिए कुछ लोगों को झांसा देकर खाता खुलवाया। उसमें पैसों का लेन-देन करने लगे।

कमीशन एजेंट भी हुए गिरफ्तार

महादेव बुक सट्टा के लिए मोबाइल पर दांव लेने वाले अशरफ खान, सुरेंद्र सोनी, मान सिंह, रितिक मोटवानी, कुशाल दरड़ा और किरन काले को गिरफ्तार किया है। वहीं कोहिनूर बैटिंग एप के लिए दांव लेने वाले संतोष स्वाई, प्रणव प्रियदर्शनी, औरंगजेब अली और मोहम्मद हुसैन को हिरासत में लिया है। आरोपियों के सरगना की तलाश की जा रही है, जिनके लिए काम करते हैं।

पैसा मैनेज करने वाले की तलाश

पुलिस भिलाई के सतीश की तलाश कर रही है, जो महादेव सट्टा के पैसों का मैनेजमेंट देखता है। उसका कई राजनेता, अधिकारी और पुलिस वालों से संबंध है। वह कुछ दिन पहले ही रायपुर में देखा गया है। उसके पकड़े जाने पर बड़ा खुलासा हो सकता है। पुलिस का दावा है कि आरोपी फरार है। इसमें एक युवक जो महादेव एप के संचालकों का दोस्त है वह भी पुलिस के टारगेट में हैं।

ऑनलाइन सट्टा एप पर ईडी की नजर

केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब सट्टेबाजी के ऑनलाइन प्लेटफार्म महादेव बुक और रेड्डी अन्ना की जांच शुरू कर दी है। ईडी अफसरों ने शहर के कुछ बड़े पुलिस अफसरों से दुबई में छिपे महादेव बुक के सरगना सौरभ चंद्राकर और उसके करीबी साथी रवि उत्पल, कपिल चेलानी, सतीश कुमार की जानकारी मांगी है। इन सभी के फोटो भी मांगे गए हैं। ईडी को प्रारंभिक जानकारी दे दी गई है। पुलिस के पास सभी आरोपियों की फोटो नहीं है, इसलिए फोटो ईडी को नहीं भेजी गई। कुछ माह पहले ही ईडी अधिकारियों ने मोहननगर, छावनी, सुपेला और रायपुर पुलिस से संपर्क किया था। उनसे महादेव बुक से जुड़े सरगनाओं की जानकारी मांगी थी। रायपुर पुलिस ने भी महादेव बुक से जुड़े लोगों पर कार्रवाई की है। कुछ ही समय में 64 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह सभी आरोपी आईडी चला रहे थे।

ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद बदल रहे ठिकाना

पूछताछ के बाद पहली बार पुलिस ने एफआईआर में कपिल चेलानी, सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल का नाम दर्ज किया था। पुलिस की पड़ताल में यह महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है कि रवि का करीबी रिश्तेदार अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। उसने ही महादेव बुक और अन्य प्लेटफार्म को तैयार किया है। इस इंजीनियर ने ऑनलाइन भारत के अलावा कई देशों में फैलाया है। फिलहाल दुबई और अमेरिका से ही उनका ऑनलाइन सिस्टम ऑपरेट हो रहा है। रवि और सौरभ भी दुबई से अपने परिजनों को अमेरिका शिफ्ट करने की तैयारी कर रहे है। इसके लिए बड़ी प्लानिंग भी हो रही है। सतीश के दुबई से लौटने की खबर, पर गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है। डीडी नगर इलाके में तीन मकान-फ्लैट पर महादेव बुक का रैकेट चलाने वाले सतीश कुमार को पुलिस अब तक पकड़ नहीं पाई है। पुलिस का दावा है कि वह अभी फरार है। दिवाली के समय सतीश दुर्ग लौट आया था। उसे रायपुर और दुर्ग में घूमते हुए देखा गया है। उसने कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों से भी मुलाकात की है। पुलिस अभी जायका बिरयानी सेंटर के मालिक की भी तलाश कर रही है। कोतवाली में उसके खिलाफ जालसाजी का केस दर्ज है। इस गोरखधंधे की छोटी मछलियां ही हाथ लगी हैं।