नई दिल्ली । आज यानी 4 दिसंबर का दिन भारतीय नौसेना के लिए बहुत खास है, क्यूंकि हर साल इसे नौसेना दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज का दिन 1971 में हुए भारत-पकिस्तान के युद्ध के दौरान, भारतीय नौसेना के ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ की उपलब्धियों की याद दिलाता है। जब भारतीय नौसेना ने पकिस्तान की नौसेना को शिकस्त दी थी। इस अवसर पर आज नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार, सीडीएस जनरल अनिल चौहान, आइएएफ प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और वाइस आर्मी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर भारतीय नौसेना दिवस की बधाई दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट में लिखा है कि सभी नौसेना कर्मियों और उनके परिवारों को नौसेना दिवस की शुभकामनाएं। भारत में हमें अपने समृद्ध समुद्री इतिहास पर गर्व है। भारतीय नौसेना ने दृढ़ता से हमारे देश की रक्षा की है और चुनौतीपूर्ण समय के दौरान अपनी मानवीय भावना से खुद को प्रतिष्ठित किया है। नौसेना दिवस समारोह, नागरिकों के बीच समुद्री चेतना को नवीनीकृत करने और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति नौसेना के योगदान को उजागर करने के उद्देश्य हर साल नई दिल्ली में आयोजित किया जाता है।


इस बार यह पहला मौका होगा जब नौसेना दिवस समारोह राष्ट्रीय राजधानी के बाहर आयोजित किया जा रहा है, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू विशाखापत्तनम कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में भारत के अमृत काल’ में प्रवेश कर रही हैं। साथ ही केंद्र और राज्य सरकारों के कई गणमान्य व्यक्तियों के भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे, जिसकी मेजबानी नौसेनाध्यक्ष एडमिरल हरि कुमार करेंगे।


आपको बता दें, भारतीय नौसेना इस अमृत काल’ में आज के कार्यक्रम में  भारतीय नौसेना के जहाज और पनडुब्बियां अपना दमखम दिखाएंगी। इसके अलावा, भारतीय नौसेना के पोत, पनडुब्बियां, विमान और पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी नौसेना कमान के विशेष बल भारतीय नौसेना की क्षमता और प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। कार्यक्रम का समापन सूर्यास्त समारोह और एंकरेज में जहाजों द्वारा रोशनी के साथ होगा। 

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