नई दिल्ली। 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को कांग्रेस इस बार अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नेतृत्व में लड़ेगी। कांग्रेस में संगठन को मजबूत करने सहित अन्य विषयों को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल्लकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में पार्टी के महासचिवों और प्रदेश प्रभारियों की आज बैठक हुई।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक जवाबदेही की जरूरत पर जोर देते हुए आज कहा कि पार्टी के महासचिव और प्रदेश प्रभारी पहले खुद की जिम्मेदारी सुनिश्चित करें ।पार्टी की संचालन समिति की बैठक में उन्होंने यह भी कहा कि संगठन में जो लोग अपनी जिम्मेदारी निभाने में अक्षम हैं, उन्हें नए लोगों को मौका देना चाहिए । खरगे ने कहा कि मेरा मानना है कि पार्टी और देश के प्रति हमारी जिम्मेदारी का सबसे बड़ा हिस्सा है कि संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक जवाबदेही हो । अगर कांग्रेस संगठन मजबूत होगा, जवाबदेह होगा, लोगों की उम्मीद पर खरा उतरेगा, तो ही हम चुनावी जीत हासिल कर देश के लोगों की सेवा कर पाएंगे ।
उन्होंने यह भी कहा कि मैं पार्टी के महासचिवगण और प्रभारीगण से चाहूंगा कि वो सबसे पहले खुद की जिम्मेदारी तथा संगठन की जिम्मेदारी सुनिश्चित करें । आप अपने विवेक से चिंतन करें कि क्या महासचिव गण और प्रांतों के प्रभारी, पदाधिकारी अपने जिम्मेदारी वाले प्रांतों में महीने में कम से कम 10 दिन दौरा करते हैं? क्या आपने हर जिला, इकाई पर जाकर पार्टी के नेताओं से चर्चा की है, क्या स्थानीय समस्याएं जानी हैं? क्या सभी जिला कांग्रेस और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी का गठन हो चुका है?
क्या नए चेहरों को मौका दिया?
खरगे ने महासचिवों और प्रभारियों से यह भी पूछा कि क्या आपका संगठन जमीनी हकीकत के मुताबिक लोगों के लिए संघर्ष कर रहा है? क्या ब्लॉक और जिला स्तर पर ज्यादा से ज्यादा नए चेहरों को मौका दिया गया है? कितनी इकाइयां ऐसी हैं, जहां जिला व ब्लॉक स्तर के संगठन पांच साल से नहीं बदले गए? ब्लॉक जिला व प्रदेश स्तर पर स्थानीय समस्याओं, प्रांतीय समस्याओं व देश के समक्ष चुनौतियों पर एआईसीसी के आदेशानुसार कितनी बार आंदोलन हुआ है? क्या अग्रिम संगठन, पार्टी के विभाग व उनकी इकाइयां उन वर्गों की आवाज उठा रही हैं, जिनकी आवाज बनने के लिए उनका गठन हुआ है?
उन्होंने महासचिवों एवं प्रभारियों से कहा, ‘आपके प्रदेश में, जिसके आप प्रभारी हैं, अगले 30 दिन से 90 दिन के बीच में संगठन व जनहित के मुद्दों पर आंदोलन के लिए क्या रूपरेखा है? जिन प्रांतों में आज से साल 2024 के बीच विधानसभा चुनाव होने हैं, वहां चुनाव तक क्या योजना और कार्यक्रम है।
खरगे ने कहा, ‘मैं उम्मीद करता हूं कि आप सब संगठन और आंदोलन का एक खाका तैयार कर अगले 15 से 30 दिन में इस पर मिल-बैठकर मुझसे चर्चा करेंगे ।