काउंसलिंग

रायपुर। उच्च शिक्षा विभाग में अचानक सारे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों (COURSE) की काउंसलिंग को रोक दिया गया है। इनमें मेडिकल कोर्स शामिल नहीं है। इस रोक से लगभग तीन लाख विद्यार्थी प्रभावित हो रहे हैं।

निजी कालेज प्रबंधकों ने सीएम से इस मामले को लेकर गुहार लगाई है। बता दें कि बीएससी एग्रीकल्चर /हॉर्टिकल्चर की प्रवेश परीक्षा में करीब 35000 विद्यार्थियों ने भाग लिया था, और अभी भी इसकी 650 सीटें रिक्त हैं। डी फार्मा, बी फार्मा एवं एम फार्मा इन कोर्सेस में 28000 विद्यार्थियों ने भाग लिया था जिसकी काउंसलिंग ही चालू नहीं हो पाई है। प्रदेश के महाविद्यालयों में इन तीन कोर्सेस में 5000 सीटें रिक्त हैं।

बीएड, डीएड की हजारों सीटें खाली

बीएड, डीएड में लगभग एक लाख अस्सी हजार विद्यार्थियों ने भाग लिया था और इसकी भी 5000 से ऊपर सीटें खाली है। इसकी काउंसलिंग को 17 अक्टूबर को रोक दिया गया था। इंजीनियरिंग की भी काउंसलिंग को बीच में रोक दिया गया और नियामक संस्था के अनुसार इसकी तारीख भी खत्म हो चुकी है। इनकी भी लगभग बड़ी संख्या में सीटें रिक्त हैं। प्रदेश के महाविद्यालय संचालक तथा इन कोर्सों से जुड़ी संगठनों ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि जल्द से जल्द रुकी हुई काउंसलिंग को छात्रहित में चालू करवाया जाये ।