विश्व में 10% और चीन की 60% आबादी को COVID होने की आशंका, लाखों की हो सकती है मौत

चीन में कोरोना ने कोहराम मचा रखा है । हालात इतने बुरे हो चुके हैं कि न तो अस्तपाल बचे हैं और न ही दवाइयां मिल रहीं हैं । श्मशान घाट में वेटिंग लिस्ट चल रही है। सरकार कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े छिपा रही है । चीन में बढ़ते कोरोना को देखते हुए सभी देश सतर्क हो गए हैं।

इस बीच भारत में केंद्र सरकार ने भी सतर्कता बढ़ा दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया बुधवार को महामारी की स्थिति की समीक्षा करेंगे।

इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक चिट्ठी लिखी है। इसमें कहा गया है कि जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, कोरिया, ब्राजील और चीन में मामलों में अचानक तेजी को देखते हुए देश में आए जाने वाले पॉजिटिव केसों के सैंपल्स की की जीनोम सिक्वेंसिंग कराना जरूरी है। भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) नेटवर्क के माध्यम से कोरोना के खतरनाक वैरिएंट को ट्रैक करने के लिए ऐसा करना जरूरी है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, सभी राज्यों से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया जाता है कि जहां तक संभव हो सभी कोरोना पॉजिटिव मामलों के नमूने दैनिक आधार पर INSACOG जीनोम सीक्वेंसिंग प्रयोगशालाओं (IGSLs) को भेजे जाएं। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए इन प्रयोगशालाओं को मैप किया गया है।

भारत में फिलहाल हालात सामान्य
कोरोना से जुड़े आंकड़ों को देखें तो पिछले हफ्ते संक्रमण के चलते देशभर में 12 मौतें दर्ज की गई हैं। पिछले तीन दिनों से एक भी मौत का मामला सामने नहीं आया है। मार्च 2020 के बाद दैनिक मृत्यु के मामले में यह सबसे कम है। कोरोना के मामलों की बात करें तो पिछले सप्ताह कोरोना के 1103 नए मामले दर्ज किए गए है। यह पहले लॉकडाउन 23-29 मार्च, 2020 के बाद से सबसे कम है। तब 736 नए मामलों का पता चला था, जिसके बाद अगले सप्ताह यह आंकड़ा बढ़कर 3,154 पहुंच गया था। आंकड़ों के मुताबिक, बीते हुए सप्ताह (दिसंबर, 12-18) में पिछले सात दिनों में कोरोना के मामलों में 19% की गिरावट देखी गई है।