नई दिल्ली। भारत एक धर्म निर्पेक्ष देश है और यहां सभी धर्मो का समान आदर किए जाते हैं। लेकिन कुछ लोगों द्वारा धन का लालच देकर जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। जबरन धर्म परिवर्तन कराने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। दिल्ली में जबरन धर्म-परिवर्तन कराए जाने की आशंका के बीच एक गिरजाघर पर हमला किया गया और उसे खाली कराए जाने की खबर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर गिरजाघर खाली कराने का वीडियो भी वायरल हो रहा है। अब इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस सामने आई है और इस वायरल वीडियो की सच्चाई बताई।

उत्तरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कल्सी ने कहा कि किसी गिरजाघर को जबरन खाली कराए जाने की कोई सूचना नहीं है। पुलिस ने बताया कि वायरल हुए वीडियो में दिख रही इमारत कोई गिरजाघर नहीं है बल्कि उत्तरी दिल्ली में स्थित एक निजी इमारत है।


क्या है मामला
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, 11 दिसंबर की सुबह पीसीआर को बुराड़ी की बाबा कॉलोनी स्थित इमारत में लोगों के एकत्र होने के संबंध में एक कॉल आया था और वहां धर्म परिवर्तन कराए जाने को लेकर शक भी जताया गया था। इमारत के भूतल में सभागार को एक ईसाई महिला को किराए पर दिया गया था। पुलिस के मुताबिक, इसका इस्तेमाल सभाओं और 10:30 से 12:30 बजे के बीच कैरल (ईसाई भजन) गाने के लिए किया जाता था।

पूछताछ में वहां 70-80 लोगों के एकत्र होने की बात सामने आई। पुलिस के अनुसार, इमारत में माइक लगाया हुआ था, जिसे एक महिला की आपत्ति पर उतरवा दिया गया था। बाद में महिला को लगा कि वहां धर्म परिवर्तन हो रहा है। पुलिस के अनुसार, बाबा कालोनी में इस इमारत के बाहर स्थानीय लोग जमा हो गए और धर्म परिवर्तन के संदेह में प्रदर्शन किया। अधिकारी ने बताया कि पुलिस को वहां कुछ भी अनुचित या गलत नहीं मिला। वहां कोई गिरजाघर नहीं था, किसी को जबरन बाहर नहीं निकाला गया। परिसर उसके मालिक के कहने पर खाली किया गया।