ई-कचरा या Electronic Waste से बचने के लिए के लिए अब भारत में दिसंबर, 2024 से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में USB Type-C चार्जिंग पोर्ट अनिवार्य होगा। यूरोपीय संघ की तरह अब भारत सरकार ने भी सभी इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस के लिए USB Type-C चार्जिंग पोर्ट अनिवार्य कर रही है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि हाल ही में EU (यूरोपीय संघ) ने सभी मोबाइल, स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए एक ही चार्जिंग पोर्ट अनिवार्य करने की घोषणा की है। इसके बाद अब भारत भी EU की तरह एक ही प्रकार का चार्जिंग पोर्ट अनिवार्य करने की योजना में है। दिसंबर, 2024 भारत सरकार सभी इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस के लिए USB Type-C चार्जिंग पोर्ट अनिवार्य करने की घोषणा कर सकती है।

अब इससे सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि लोग सभी डिवाइस के लिए एक ही चार्जर का इस्तेमाल कर पायेगे। जिसकी वजह से पैसे और e-Waste से बचा जा सकेगा। अलग-अलग चार्जर खरीदने से भी काफी राहत मिलेगी। ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैनड्रैड्स (BIS) ने USB Type-C पोर्ट को नोटिफाई किया है और सरकार से इसे अनिवार्य बनाने की गुजारिश की है। इतना ही नहीं एक अन्य प्रकार के चार्जर को डेवलप करने के लिए काम चल रहा है, जो आमतौर पर पहनने योग्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए यूज किया जा सकेगा।

कॉमन चार्जिंग पोर्ट को स्टेप-बाई-स्टेप करेंगे लागू

रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर बात इसके रोलआउट की टाइमलाइन की करें तो प्लान को चरणबद्ध तरीके से करने को लेकर सहमति बनी है ताकि ग्राहकों को ट्रांजिशन में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। e-Waste को कम करने के लिए एक ही चार्जेर बेहतर ऑप्शन है। यूरोपीय संघ भी यूएसबी टाइप-सी अनिवार्य बनाने के समान कारणों का दावा करता है।