नई दिल्ली | हाई स्पीड के लिए दुनिया भर में मशहूर बुलेट ट्रेन का भी रिकार्ड तोड़ने वाले वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रैन को देश में सर्वाधिक पसंद किए जा रहे हैं। लेकिन देश में कई ऐसे लोग भी मौजूद हैं जिन्हें वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन रास नहीं आ रहा और इस पर  पथराव कर क्षति पहुंचाने का लगातार प्रयास किए जा रहे हैं । पथराव के मामले सामने आने के बाद रेलवे मामले की जांच में जुटा है। पश्चिम बंगाल में लगातार दूसरी बार वंदे भारत सेमी हाई-स्पीड ट्रेन पर पथराव की घटना हुई। इस मामले में भी रेलवे अधिनियम की धारा 154 के तहत आरपीएफ चौकी/एनजेपी में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। जानकारी के अनुसार मंगलवार को वंदे भारत ट्रेन हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी की तरफ जा रही थी तो दार्जीलिंग जिले में पथराव किया गया। दार्जीलिंग जिले में फांसीदेवा के पास ट्रेन पर पत्थर फेंके गए। इस घटना में वंदे भारत के 2 कोच में लगी खिड़कियों के कांच भी टूट गए हैं। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के अधिकारी मामले की जांच में जुटे हैं।

गौरतलब है कि ये राज्य में 24 घंटे के भीतर यह दूसरी घटना थी। इससे पहले सोमवार को भी ट्रेन पर पत्थर फेंके गए थे। बता दें कि भारतीय रेल ने पश्चिम बंगाल को हाल में वंदे भारत सेमी हाई-स्पीड एक्सप्रेस ट्रेन की सौगात दी है। हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी रेल रूट पर वंदे भारत का परिचालन शुरू होने के बाद ट्रेन पर दूसरी बार पत्थरबाजी करने की घटना सामने आई है। वहीं भाजपा ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी कार्यकर्ताओं पर वंदे भारत ट्रेन पर पत्थर फेंकने का आरोप लगाया था। इसके जवाब में टीएमसी ने इसे साजिश करार दिया है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर को ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पश्चिम बंगाल में वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। पीएम ने भारत एक्सप्रेस ट्रेन के उद्घाटन के मौके पर कहा था कि देश की आजादी के ‘अमृत महोत्सव’ में देश ने 475 ‘वंदे भारत ट्रेन’ शुरू करने का संकल्प लिया था। इस दौरान पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और अन्य नेता हावड़ा में कार्यक्रम में मौजूद थे।