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रायपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिया ने विधानसभा में जानकारी दी है कि अगस्त के महीने में आंगनबाड़ी केंद्रों में वजन त्योहार अन्तर्गत 0 से 6 वर्ष के 23 लाख 79 हजार 29 बच्चों का वजन लिया गया। इनमें से 19 लाख 56 हजार 616 बच्चे सामान्य श्रेणी में पाये गये तथा 4 लाख 22 हजार 413 बच्चे कुपोषण की श्रेणी में चिन्हांकित किये गये।

विधानसभा में कांग्रेस विधायक अरुण वोरा ने महिला एवं बाल विकास मंत्री से सवाल किया था कि अगस्त 2022 में राज्य सरकार की ओर से वजन त्यौहार के तहत प्रदेश के 33 जिलों के आंगनबाड़ी केन्द्रों में कुल कितने बच्चों के वजन को मापा गया है? कितने बच्चे सामान्य स्थिति में हैं। कितने बच्चे कुपोषण के स्थिति में मिले? कुपोषित बच्चों में कितने बच्चे मध्यम एवं कितने गंभीर कुपोषित हैं? पिछले 03 वर्षो में प्रदेश में कुपोषण की दर में कितनी प्रतिशत की कमी दर्ज की गई?

86 हजार से अधिक बच्चे गंभीर कुपोषित

मंत्री ने जानकारी दी कि कुल कुपोषित बच्चों में 3 लाख 35 हजार 662 बच्चे मध्यम श्रेणी तथा 86 हजार 751 बच्चे गंभीर श्रेणी में चिन्हांकित किये गये। उन्होंने बताया कि वजन त्योहार फरवरी 2019 की तुलना में वजन त्यौहार 2022 के अनुसार (उम्र के अनुसार वजन की स्थिति में) प्रदेश में कुपोषण में 5.61% की कमी आई है। वैसे कुपोषित बच्चों की संख्या पर डालें तो यह आंकड़ा काफी ज्यादा है। कुपोषण को दूर करने की जिम्मेदारी एवं बल विकास विभाग की है, जिसके आधी संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों को पोषक आहार नियमित रूप से दिया जाता है, मगर लापरवाही और सही मॉनिटरिंग नहीं होने से कुपोषण की दर में अपेक्षित कमी नहीं आ रही है।