नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व और भारत के उदारवादी नीतियों के कारण भारत को दुनियाभर भर में अलग पहचान मिली है। भारत की उदारवादी नीतियों के कारण अमेरिका सहित विश्व के कई देशों के साथ भारत के संबंध पहले से बेहतर हुए हैं। भारत के सकारात्मक सोच के कारण अमेरिका भारत को हर संभव मदद कर रहा है। अमेरिका ने भारतीय छात्रों को 1.25 लाख वीजा जारी कर अब तक की बड़ी सौगात दी है। जिसने अब तक के सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वीजा प्रक्रिया उम्मीद से जल्दी बेहतर हो रही है और आने वाले वक्त में हम इसके वैश्विक महामारी से पहले के स्तर पर पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका ने 2016 के बाद से किसी भी साल की तुलना में वित्त वर्ष 2022 में सबसे अधिक छात्र वीजा जारी किए। भारत में उसके दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने एक वित्त वर्ष में जारी किए गए छात्र वीजा की संख्या के अपने पहले के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

प्राइस ने कहा कि  हमने करीब 1,25,000 छात्र वीजा जारी किए। हम मानते हैं कि कुछ आवेदकों को अब भी वीजा आवेदन की प्रक्रिया में लंबे समय तक इंतजार करना पड़ रहा है। हम भारत तथा दुनिया भर में वीजा संबंधी साक्षात्कार के नियोजन में लगने वाले लंबे समय को जितनी जल्दी हो सके कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, जिसमें पर्यटक वीजा आवेदक भी शामिल हैं। प्राइस ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वह उन लोगों की परेशानी समझते हैं जिन्हें लंबा इंतजार करना पड़ता है। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं आपको बता सकता हूं कि मंत्री और मंत्रालय की प्राथमिकता है कि हम उस ‘बैकलॉग’  को कम करने और अंततः प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए हर संभव प्रयास करें। हम गैर-प्रवासी यात्रियों को वैध यात्रा की सुविधा प्रदान करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं।

प्राइस ने कहा कि वीजा सेवाओं की मांग बढ़ी है क्योंकि दुनिया भर के देशों ने वैश्विक महामारी की पाबंदियों में अब ढील दी है और लोग अमेरिका की यात्रा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम दुनियाभर में वीजा प्रक्रिया में लगने वाले समय को कम कर रहे हैं..हमने वीजा संबंधी महत्वपूर्ण काम के लिए अमेरिकी विदेश सेवा कर्मियों की भर्ती को दोगुना कर दिया है। वीजा प्रक्रिया में उम्मीद से अधिक प्रगति है और हमें उम्मीद है कि यह इस साल वैश्विक महामारी से पहले के स्तर पर पहुंच जाएगी। बता दें कि गैर-प्रवासी वीजा, आगंतुक वीजा (B1/B2), छात्र वीजा (F1/F2) और अस्थायी कर्मचारी वीजा (H, L, O, P, Q) के आवेदन भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल सहित कई एशियाई देशों व प्रशांत द्वीपों के दूतावासों में काफी समय से लंबित हैं। भारत में वीजा आवेदन प्रक्रिया पूरी होने में 1000 से अधिक दिन तक का समय लगने की खबर है।