Work To Connect Gataura Station To The Fourth Line - बिना ट्रेन रोके होगा चौथी लाइन से जोड़ने नॉन इंटरकनेक्टिविटी का कार्य
Work To Connect Gataura Station To The Fourth Line - बिना ट्रेन रोके होगा चौथी लाइन से जोड़ने नॉन इंटरकनेक्टिविटी का कार्य

विशेष संवादाता, रायपुर

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के गतौरा स्टेशन को चौथी लाइन से जोड़ने के लिए गतौरा स्टेशन में नॉन इंटरकनेक्टिविटी का कार्य होगा, इस कार्य में किसी भी यात्री ट्रेन को कैंसिल, रेग्युलेटिंग, रिशिड्यूलिंग, शॉर्ट टर्मिनेटिंग या डाइवर्सिंग नही किया जायेगा। बिलासपुर-चांपा चौथी लाइन परियोजना दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की महत्वपूर्ण परियोजना है, जिससे भविष्य में यात्री सुविधाओं में वृद्धि होगी।

बिलासपुर-चांपा रेल मार्ग दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की एक महत्वपूर्ण तथा व्यस्त रेल मार्ग है, जो इस पूरे क्षेत्र को उत्तर भारत से जोड़ती है । परिचालन को और भी सुचारू तथा नई गाडियों के मार्ग प्रशस्त करने के लिए नई लाइनों का निर्माण कार्य किया जा रहा है । इससे आधारभूत संरचना में विकास के साथ नई यात्री सुविधाओं में वृद्धि के साथ यात्री ट्रेनों भी प्रभावित नही होगी ।

इसी दिशा में सक्रिय रूप से कार्य करते हुए बिलासपुर से चांपा चौथी लाइन का कार्य किया जा रहा है। इसके अंतर्गत अंतर्गत बिलासपुर-चांपा सेक्शन के गतौरा रेलवे स्टेशन को चौथी लाइन से जोड़ने के लिए नॉन इंटर लॉकिंग का कार्य किया जाएगा। ज्ञात हो कि बिलासपुर-चांपा रेलमार्ग की लंबाई 53 किलोमीटर है, जिसके विभिन्न स्टेशनों को चौथी लाइन से जोड़ा भी जा चुका है । इस कार्य को चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जा रहा है ।

इस कार्य को तीव्र गति से पूरा करने हेतु मंडल के गतौरा स्टेशन में चौथी लाइन कनेक्टिविटी के अंतर्गत नान-इंटरलाकिंग का कार्य 23 से 27 जनवरी, 2023 तक किया जाएगा । अभिनव तरीके से संपादित किए जाने वाले इस कार्य के सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि इसमें किसी भी यात्री ट्रेन को कैंसिल,रेगुलेशन, रिशिड्यूलिंग , शॉर्ट टर्मिनेटिंग, डाइवर्जिंग नही किया जा रहा है। इसके तहत नान-इंटरलाकिंग कार्य को 05 दिनों में किया जाएगा ।

बिलासपुर-चांपा चौथी लाइन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की एक बहुत महत्वपूर्ण लाइन है, जो मध्य भारत के इस क्षेत्र को उत्तर भारत से जोड़ने हेतु सेतु का कार्य करती है । कोरबा से बिलासपुर और उससे भी आगे इस पूरे क्षेत्र की मध्य भारत और दिल्ली, कोलकत्ता, भोपाल, जबलपुर, कोटा, इलाहाबाद जैसे महत्वपूर्ण नगरों से जुड़ाव इसी लाइन के द्वारा होता है । चौथी लाइन का कार्य पूरा होते ही भविष्य में गाड़ियों के परिचालन में गतिशीलता आने के साथ ही इस क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास के नए आयाम प्रशस्त होंगे