नयी दिल्ली। 31  जनवरी से शुरू हो रहे संसद के बजट से पहले विभिन्न मुद्दों पर आम राय बनाने के लिए सरकार ने 30 जनवरी को सर्वदलीय बैठक बुलायी है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को लोकसभा में वित्त वर्ष 2023-24 का आम बजट पेश करेंगी। इससे पहले सरकार ने संसद को सुचारू रूप से चलाने के लिए 30 जनवरी को सभी दलों की एक बैठक बुलाई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक महंगाई और बेरोजगारी समेत कई मुद्दों को लेकर बजट सत्र में विपक्ष का रुख हमलावर रह सकता है। ऐसे में सरकार की कोशिश है कि सत्र को शोर-शराबे के बिना सुचारु रूप से चलाया जाए। इसके लिए सरकार 30 जनवरी को विपक्ष के नेताओं के साथ बैठकर आम राय बनाने की कोशिश करेगी।

उल्लेखनीय है कि 31 जनवरी से शुरू हो रहा बजट सत्र दो चरणों में छह अप्रैल तक चलेगा। बजट सत्र के दौरान संसद में कुल 27 बैठकें आयोजित होंगी। करीब एक महीने के अवकाश के बाद बजट सत्र का दूसरा चरण 12 मार्च से शुरू होगा और छह अप्रैल तक चलेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 31 जनवरी को दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगी। इसी दिन वित्त वर्ष 2022-23 का वार्षिक आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा।इस साल राष्ट्रपति का अभिभाषण पुराने संसद भवन में ही होगा। पिछले कुछ दिनों से इस बात की चर्चा थी कि इस साल राष्ट्रपति नये संसद भवन में दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित करेंगी, लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सारे कयासों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि नये संसद भवन के निर्माण का कार्य अभी जारी है अत: वर्तमान संसद भवन में ही राष्ट्रपति का अभिभाषण होगा।