तंजौर : वर्ल्ड तमिल फेडरेशन के अध्यक्ष पाझा नेदुमारन ने ने दवा किया है कि प्रतिबंधित लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम ( LTTE chief Velupillai ) के नेता वेलुपिल्लई प्रभाकरन जिन्दा है। उन्होंने ने कहा है की वो बिलकुल ठीक और स्वस्थ है। जल्द ही तमिल जाति की मुक्ति के लिए एक घोषणा करेंगे।

जानकारी के अनुसार नेदुमारन तंजावुर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि “मैं LTTE प्रमुख वेलुपिल्लई प्रभाकरन के बारे में कुछ सच बताना चाहूंगा। वह जीवित हैं और स्वस्थ हैं। हमें विश्वास है कि उनकी मौत के बारे में अफवाहें बंद हो जाएंगी।”

बता दें कि वेलुपिल्लई प्रभाकरन को 18 मई 2009 को श्रीलंका सरकार ने मृत घोषित किया था। रिपोर्ट्स के अनुसार मई में श्रीलंकाई सेना ने उसको हर तरफ से घेर लिया था, इसके बाद उसने 300 लिट्टे समर्थकों के साथ आत्महत्या कर ली थी। एक दूसरी रिपोर्ट में ऐसा कहा गया था श्रीलंकाई सेना के हमले में वो मारा गया। वर्ल्ड तमिल फेडरेशन के अध्यक्ष पाझा नेदुमारन के बयान से हड़कंप मच गया है। हमारे तमिल राष्ट्रीय नेता प्रभाकरन के बारे में सच्चाई बताते हुए खुशी हो रही है। वह ठीक है। मुझे दुनिया भर के तमिल लोगों के लिए यह घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है।

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लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई या लिट्टे) के संस्थापक वेलुपिल्लई प्रभाकरन ओसामा बिन लादेन से कम नहीं था। श्रीलंका का जाफना क्षेत्र लिट्टे के आतंक से 21 मई को आजाद हुआ, जब प्रभाकरण की मौत हो गई का दावा किया गया। हालांकि इसमें भी कई पेंच हैं। प्रभाकरण की मौत के बाद लिट्टे हार मना गया था। प्रभाकरण एक राष्ट्राध्यक्ष और एक पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या, श्रीलंका के एक और राष्ट्रपति की हत्या का प्रयास, सैकड़ों राजनीतिक हत्याओं, पच्चीसियों आत्मघाती हमलों, हजारों लोगों और सैनिकों की मौत का जिम्मेदार है।