टीआरपी डेस्क। यूपी की योगी सरकार ‘जीरो-टॉलरेस’ नीति के तहत अपराधियों की कमर तोड़ने में लगी है। उमेश हत्याकांड के बाद माफियाओं को मिट्टी में मिलाने की योगी की हुंकार के बाद अतीक अहमद के बेटे असद को एसटीएफ ने गुरुवार दोपहर एनकाउंटर में ढेर कर दिया।

योगी सरकार ने पिछले छह सालों में यूपी में अब तक 10,933 मुठभेड़ हुए। जिसमें 183 कुख्यात बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर किया। पुलिस की गोली लगने से 5,046 बदमाश घायल होने के बाद गिरफ्तार हुए। अब तक हुई कुल मुठभेड़ के दौरान 23,348 अपराधी पकड़े गए हैं। वहीं इस मुकाबले में 13 पुलिसकर्मियों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है। जबकि 1,443 पुलिसकर्मी घायल हुए।

बता दें कि सबसे अधिक मुठभेड़ मेरठ जोन में हुआ है। जिले में कुल छह सालों में 3,205 मुठभेड़ हुई है। जिसमें 64 अपराधियों का सफाया कर दिया गया वहीं, 1708 घायल हो गए। इन झड़पों में के दौरान एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई, वहीं 401 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद 5967 अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफल रही। 

मेरठ के बाद दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा पुलिस एनकाउंटर आगरा में हुए हैं। ताज नगरी आगरा में 1844 एनकाउंटर हुए हैं। इसमें 14 अपराधियों का सफाया हुआ है। जबकि 4654 को गिरफ्तार  किया गया। वहीं इन ऑपरेशन से करीब 55 पुलिसकर्मियों को चोटें भी आईं। आगरा के बाद बरेली का नंबर आता है। जहां 1497 मुठभेड़ हुई है जिसमें सात अपराधी मारे गए जबकी 3410 अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया। इन मुठभेड़ों में 296 पुलिसकर्मी और 437 अपराधी घायल हुए, जबकि एक पुलिसकर्मी की जान चली गई। 

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