NAKSALI-PITAI

0 एक कारोबारी की हो चुकी है मौत 0 नक्सलियों ने ग्रामीणों को झूठे केस में फंसाकर प्रताड़ित करने का पुलिस पर लगाया आरोप

दोरनापाल। पिछले दिनों नक्सलियों ने सामान लेकर बेचने के लिए बाजार जा रहे 3 कारोबारियों को पकड़ा और उनकी जमकर पिटाई कर दी। देर रात हुए इस हमले के बाद एक शख्स की मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर नक्सलियों की कोंटा एरिया कमेटी के सचिव मंगडू ने प्रेस नोट जारी कर बीते 8 अप्रैल को पोलमपल्ली थाना क्षेत्र के पालामड़गु में ग्रामीणों से हुई मारपीट की जिम्मेदारी ली है।

कैंप थानों में सामान सप्लाई करने का आरोप

प्रेस नोट में उल्लेख है कि 8 अप्रैल को सुकमा के पोलमपल्ली थाना क्षेत्र के पालामड़गु के गांव के पास दोपहर 3 बजे PLGA द्वारा कैम्प थानों में पुलिस सप्लाई कार्य में लगे तीन व्यापारियों को रंगे हाथ पकड़ा गया था। तब सामान ज़ब्ती व तीन सप्लायर की पिटाई और दो बाइक को आग के हवाले कर दिया गया था, बाद में एक पुलिस सप्लायर की मौत होने का दावा नक्सलियों ने किया है।

नक्सली उन्मूलन के नाम पर अभियान

नक्सली संगठन ने आगे लिखा है कि इस घटना का बदला लेने 9 अप्रैल आधी रात को पोलमपल्ली गोरगुंडा दोरनापाल पेंटा डब्बाकोंटा कोलाईगुड़ा कैम्प से बड़ी संख्या में पुलिस फ़ोर्स द्वारा संयुक्त रूप से नक्सली उन्मूलन के नाम से बड़ा अभियान चलाने का दावा किया गया। इस दौरान कथित रूप से मारपीट करते हुए बंदूक़ के बल पर पालामड़गु गांव के 56 अरलमपल्ली के 27 कुमोपारा के 8 कुल 91 निर्दोष ग्रामीणों को गिरफ़्तार कर पोलमपल्ली थाना ले जाने का आरोप लगाया गया है, इनमें पालामड़गु के 26, कुमोपारा अरलमपल्ली के 6, कुल 32 लोगों की बेदम पिटाई करने का आरोप लगाया गया है, और कुमोपारा के माड़वी सोमड़ा व अरलमपल्ली के सोड़ी सन्ना को खूब यातना देते हुए दोषी ठहराकर फर्जी केस में फंसाकर जेल में ठूंसने का आरोप लगाया गया है और अरलमपल्ली के सोड़ी देवा के बाइक को भी ले जाने का आरोप लगाया गया है।

नक्सलियों द्वारा जारी इस प्रेसनोट के सन्दर्भ में फ़िलहाल पुलिस ने कोई बयान जारी नहीं किया है।

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