
विशेष संवादाता
रायपुर। राष्ट्रीय स्वयं संघ के बाद अब राजधानी रायपुर में विश्व हिंदू परिषद की राष्ट्रीय बैठक 22 से 26 अप्रैल तक होगी। इस बैठक में जहां राष्ट्रीय स्वयं संघ के पूर्व सरकार्यवाह और विहिप के पालक अधिकारी भैयाजी जोशी शामिल होंगे। वहीं विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आरएन सिंग के साथ सारे राष्ट्रीय पदाधिकारी और 44 संगठन राज्यों के अध्यक्ष, संगठन महामंत्री और महामंत्री शामिल होंगे।
पांच दिनों की बैठक में राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों पर मंथन होगा और आगे की रणनीति बनेगी। इसी के साथ प्रदेश में हिंदू राष्ट्र को लेकर हुई संतों की पदयात्रा और यहां पर धर्मसभा की पूरी रिपोर्ट रखी जाएगी। इस बैठक में छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव में विहिप की भूमिका को लेकर भी मंथन हाेगा।
छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं, ऐसे में राष्ट्रीय स्वयं संघ के साथ विश्व हिंदू परिषद का भी पूरा फोकस छत्तीसगढ़ पर है। पहले यहां पर पिछले साल आरएसएस समन्वय समिति की राष्ट्रीय बैठक हुई और विहिप की राष्ट्रीय बैठक हो रही है। हालांकि आरएसएस और विहिप की बैठकों में आमतौर पर आन रिकाॅर्ड राजनीति काे लेकर चर्चा नहीं होती है, लेकिन एजेंडों के हटकर कई बार चर्चा होती है। विहिप की बैठक में भी राज्य में होने वाले चुनाव को लेकर चर्चा होने की संभावना है।
संतों और पदयात्रा पर भी चर्चा
प्रदेश में होने वाली बैठक में यहां पर फरवरी से मार्च तक निकाली गई संतों की पदयात्रा को लेकर पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। इसकी पूरी रिपोर्ट बना ली गई है। संतों ने यहां पर चारों दिशाओं से माता के दरबार से हिंदू राष्ट्र को लेकर 45 सौ किलोमीटर की पदयात्रा की। इसके बाद रायपुर में हुई धर्मसभा में हिंदू राष्ट्र को लेकर देश भर के संतों के विचार सामने आए हैं। इसी के साथ देश भर के संतों ने छत्तीसगढ़ के संतों की पदयात्रा की तरह देशभर में पदयात्रा करने की वकालत की है। ऐसे में बैठक में देश भर में संतों की पदयात्रा पर फैसला हो सकता है।
विहिप के ये दिग्गज नेता आएंगे
बैठक में शामिल होने के लिए भैयाजी जोशी के साथ ही विहिप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आरएन सिंग, कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार, महामंत्री मिलिंद पराठे, संगठन महामंत्री विनायक देशपांडे, राम मंदिर निर्माण समिति के महामंत्री चंपत राय के साथ सारे राष्ट्रीय पदाधिकारी और 44 संगठन राज्यों के तीन-तीन पदाधिकार आएंगे।