मुंबई। शरद पवार ने  मंगलवार को एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद उन्होंने पार्टी का नया अध्यक्ष चुनने के लिए एक 15 सदस्यीय कमेटी भी बना दी। कमेटी में शामिल 15 सदस्यों में प्रफुल्ल पटेल, सुनील तडकारे, केके शर्मा, पीसी चाको, अजित पवार, जयंत पाटिल, सुप्रिया सुले, छगन भुजबल, दिलीप पाटिल, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, जितेंद्र अह्वाद, हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, जयदेव गायकवाड़ शामिल हैं। शरद पवार द्वारा एनसीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद उनके समर्थकों ने शरद पवार को एनसीपी के अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए मनाने की कोशिश की लेकिन वे अपने फैसले पर अडिग रहे। शरद पवार के इस फैसले के बाद अब एनसीपी के अन्य नेता भी अपने पद से इस्तीफा दे रहे है।

राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र आव्हाड ने दिया इस्तीफा

पार्टी की दिग्गज नेता जितेंद्र आव्हाड ने राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया है। जितेंद्र ने कहा कि मैनें पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। जानकारी के मुताबिक जितेंद्र के साथ जितने भी एनसीपी के पदाधिकारी हैं सभी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जितेंद्र समेत सभी पदाधिकारियों ने अपना इस्तीफा जयंत पाटिल को भेजा है।  

सुप्रिया केंद्र और अजीत राज्य की जिम्मेदारी संभालें – छगन भुजबल

नये अध्यक्ष के चुनाव के लिए होने जा रही है बैठक के बीच एनसीपी नेता छगन भुजबल का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि अगर पवार साहब अपना फैसला वापस नहीं लेते हैं तो मेरे हिसाब से राज्य की जिम्मेदारी अजित पवार को और केंद्र की जिम्मेदारी सुप्रिया सुले को देनी चाहिए।