नई दिल्ली। नए संसद भवन के 28 मई को होने वाले उद्घाटन समारोह से विपक्षी दलों के बायकॉट के झटके के बीच केंद्र सरकार को शिरोमणी अकाली दल ने राहत दी है। अकाली दल ने बुधवार को बताया है कि वह संसद के उद्घाटन समारोह में शामिल होगा। मालूम हो कि कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत 19 मुख्य विपक्षी दल उद्घाटन समारोह से नदारद रहने वाले हैं।

एसएडी नेता दलजीत सिंह चीमा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, “नए संसद भवन का उद्घाटन देश के लिए गर्व की बात है, इसलिए हमने फैसला किया है कि शिरोमणि अकाली दल 28 मई को उद्घाटन समारोह में शामिल होगा। हम विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए मुद्दों से सहमत नहीं हैं।”

अकाली दल पहले एनडीए गठबंधन का ही हिस्सा रहा है। कई सालों तक पंजाब में बीजेपी और अकाली दल ने मिलकर सरकार भी चलाई है, लेकिन सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के मुद्दे पर सरकार का साथ छोड़ दिया था। हालांकि, बाद में किसानों के लंबे समय तक चले आंदोलन के बाद केंद्र सरकार ने तीनों कानूनों को रद्द कर दिया था।

19 विपक्षी दलों ने संसद भवन के उद्घाटन समारोह का इसलिए बहिष्कार करने का फैसला किया है, क्योंकि उनकी मांग है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से संसद भवन का उद्घाटन करवाया जाए। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), शिवसेना (यूबीटी), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), जनता दल (यूनाइटेड) सहित विपक्षी दलों ने इस पर एक संयुक्त बयान जारी किया। हालांकि, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने तर्क दिया है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने पूर्व में संसद परिसर का उद्घाटन किया था।

नए संसद भवन का उद्घाटन 28 मई को किया जाना है, जिसमें भारत की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक भव्य संविधान हॉल, संसद सदस्यों के लिए एक लाउंज, एक पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग स्थान होगा। नई संसद में लोकसभा और राज्यसभा दोनों के मार्शलों का नया ड्रेस कोड होगा।

Trusted by https://ethereumcode.net