अयोध्या: अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर में राम लला की प्रतिमा दिसंबर या जनवरी में स्थापित होगी। उत्तर प्रदेश स्थित अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर के गर्भगृह में राम लला की प्रतिमा की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के लिए एक हफ्ते तक आयोजन होगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra) के बोर्ड ने फैसला किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा। सप्ताह भर चलने वाला समारोह दिसंबर 2023 या जनवरी 2024 में मकर संक्रांति के बाद शुरू होगा। इस अवसर पर देशभर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव 7 दिन तक मनाया जाएगा।

यह जानकारी ट्रस्ट की बैठक के बाद महासचिव चंपत राय ने दी है। उन्होंने कहा- अभी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तारीख तय नहीं है, लेकिन इसके लिए विद्वानों से चर्चा की जा रही है। राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर और गर्भगृह का काम 15 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी होगी। ग्राउंड फ्लोर का 85% काम पूरा हो गया है।

प्रधानमंत्री को दिसंबर से 26 जनवरी 2024 के बीच कार्यक्रम की संभावित डेट के बारे में बताया जाएगा। ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि आमंत्रण के लिए पत्र तैयार करेंगे। इस पर महंत नृत्यगोपाल दास हस्ताक्षर करेंगे। इसे प्रधानमंत्री को भेजा जाएगा।

क्या बोले सचिव?
चंपत राय ने कहा, चूंकि अभी तक आयोजन की कोई तारीख तय नहीं की गई है, प्रधान मंत्री को दिसंबर (2023) और 26 जनवरी (2024) के बीच कार्यक्रम की संभावित तिथि के बारे में अवगत कराया जाएगा। राम मंदिर के चल रहे निर्माण कार्य में गुरुवार से मंदिर के भूतल के फर्श का काम शुरू होने की संभावना है। राय ने कहा, राजस्थान के सफेद मकराना मार्बल का इस्तेमाल राम मंदिर के फर्श के लिए किया जाएगा।

उन्हें विश्वास है कि राम मंदिर के भूतल का निर्माण कार्य इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। ट्रस्ट का पूरा जोर निर्माण कार्य समय से पूरा करने पर है। हर सप्ताह ट्रस्ट के ओर से निर्माण कार्य की तस्वीरें भी शेयर की जा रही है। बीते कुछ दिनों से निर्माण कार्य की तस्वीरें काफी चर्चा में रही है। वहीं बीते दिनों आई तस्वीर में देखा जा सकता है कि निर्माणाधीन मंदिर के प्रथम तल की छत का काम चल रहा है।