मणिपुर में 140 हथियारों समेत उग्रवादियों ने सरेंडर कर दिया है। मणिपुर में गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के तुरंत बाद ही इसे बड़े असर के तौर पर देखा जा रहा है। अमित शाह ने लोगों से सरेंडर करने और हथियार सौंपने की अपील की थी। बीती 3 मई से भड़की हिंसा के चलते मणिपुर राज्य जल उठा था और करीब 75 से ज्यादा लोगों ने जान गंवा दी थी। पिछले 20 घंटे से कोई हिंसा की घटना नहीं हुई है। आज इंफाल ईस्ट, विष्णुपुर समेत हिंसा प्रभावित कई जिलों में कर्फ्यू में 8 से 12 घंटे तक की ढील दी गई है। चुराचंदपुर में 10 कर्फ्यू में 10 घंटे की ढील दी गई है। तामेंगलोंग, नोनी, सेनापति, उखरूल, कामजोंग में कर्फ्यू पूरी तरह से हटा दिया गया है। Weapons Surrendered in Manipur

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अपील के बाद मणिपुर के अलग-अलग जगहों से 140 हथियारों को सरेंडर किया गया। शाह ने मणिपुर दौरे के दौरान हथियारों को सरेंडर करने की अपील की थी। मैतई और कुकी समुदाय के बीच हुई Manipur Violence में अब तक 98 लोगों मारे जा चुके हैं, जबकि घायलों का आंकड़ा 300 के पार जा चुका है।

शाह ने की थी हथियार लौटाने की अपील
गृह मंत्री अमित शाह 29 मई को मणिपुर के चार दिवसीय दौरे पर पहुंचे। यहां उन्होंने हिंसा प्रभावित इलाकों का जायजा लिया और हिंसा की जांच के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के रिटायर्ड जजों का पैनल मणिपुर में हुई हिंसा की जांच करेगा। उन्होंने कुकी और मैतई समुदायों के प्रभावित हुए लोगों से मुलाकात भी की। साथ ही इस दौरान राहत शिविरों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा का जायजा लिया।