Dinner & Breakfast Diplomacy In Congress -PCC प्रभारी सैलजा ने किया मंत्री के घर डिनर स्पीकर के यहां नाश्ता
Dinner & Breakfast Diplomacy In Congress -PCC प्रभारी सैलजा ने किया मंत्री के घर डिनर स्पीकर के यहां नाश्ता

विशेष संवादाता

रायपुर। छत्तीसगढ़ PCC प्रभारी कुमारी सैलजा भले ही मिडिया और सार्वजनिक मंच में कुछ भी कहें लेकिन वो भी समझ चुकी है कि सत्ता और संगठन में सब कुछ ठीक नहीं है। कांग्रेस की मंजी हुई नेत्री सैलजा ने इसे ठीक करने के साथ ही BJP प्रचार में CONG.को पीछे छोड़ चुकी है वो जानती हैं। नतीजतन सत्ता और संगठन को एक साथ लेन के लिए डिनर डिप्लोमेसी शुरू है। बस्तर से प्रचार मोड में आई कांग्रेस की डिनर डिप्लोमेसी शुक्रवार की रात से शुरू हो गई है। कल 2 जून को मंत्री मोहम्मद अकबर की जानिब से डिनर था। प्रभारी के अलावा इसमें चुनिंदा मंत्री शामिल हुए, लेकिन आधा दर्जन इस रात्रि भोज में पहुँच नहीं पाए थे।

सियासी भोजन का लुत्फ़ लेने के लिए कुमारी सैलजा CM भूपेश के साथ भी आ सकती थीं। लेकिन डिनर के लिए वो पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के साथ उनकी गाड़ी में मंत्री अकबर के बंगले पहुंची। इसी तरह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मंत्री शिव डहरिया और मोहम्मद अकबर एक साथ एक ही गाड़ी में बैठकर पहुंचे थे। इसी तरह आज अचानक ही सभी पार्टी नेता स्पीकर हॉउस दौड़े क्योंकि खबर मिली की कुमारी सैलजा स्पीकर चरणदास महंत के यहां सुबह के नाश्ते में पहुंची। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष और कहती कोंग्रेसी महंत के बंगले में आमतौर पर हर कोई इतनी आसानी से एंट्री नहीं कर पाता। इसलिए नाश्ते में स्पीकर हॉउस पहुंची प्रभारी सेलजा के साथ सिर्फ चरणदास महंत, सांसद पत्नी ज्योत्सना महंत और उनके पुत्र ने सैलजा की अगुवानी की।

जानकारी के मुताबिक PCC प्रभारी कुमारी सेलजा स्पीकर हाउस में नाश्ते पर चरणदास महंत से चर्चा कीं। मुलाकात के बाद फिर वे राजीव भवन पहुंचीं कुमारी शैलजा। युवा कांग्रेस की बैठक में शामिल हुईं। मंत्रियों और विधायकों के घर भोजन के क्रम में सैलजा संगठन और सत्ता के बीच असमन्वय दूर कर आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सभी को समझने और समझाने के लिए ही डिनर डिप्लोमेसी आजमा रही हैं।

अप्रेल से ही तय हो गई थी भोजन पर चर्चा

मंत्री मोहम्मद अकबर के घर डिनर में कांग्रेस नेता संग भोजन पर चर्चा की शुरुआत हो गई है। डिनर के जरिए आपसी मतभेद दूर करने कोशिश अप्रैल में तय किया गया था। जिसमे बड़े नेताओं के घर हर महीने कांग्रेस के दिग्गज विधानसभा चुनाव तक जुटेंगे। पार्टी सूत्रों की माने तो हर महीने बड़े नेता के घर होगा कांग्रेस नेताओ का डिनर। इसमें खासकर 13 मंत्री प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी शामिल होने थे, लेकिन अकबर के यहां 6 नहीं आ पाए।

बीजेपी में कोई न जाये इसकी भी कवायद

देखा जाये तो CONG. की तुलना में जनसंपर्क में बीजेपी संगठन बहुत आगे है। बीजेपी ने महीने भर की योजना और रुपरेखा भी बना कर कार्यरूप दे रही है। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में कोई नाराज़ नहीं जाये इसके लिए भी प्रभारी सैलजा पार्टी दिग्गजों को ताकीद कर चुकी हैं। नाराज़ पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं को समेटे रखने के लिए भी विचार विमर्श हुआ है और बीजेपी के नाराज़ लोगों को तोड़कर बीजेपी से कांग्रेस में लाने के लिए पर भी सुबाई सियासत में आसार नज़र आ रहे है।