टीआरपी डेस्क। जिले में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इसकी अगली कड़ी में मशीनों की जांच का पहला चरण आज से आरंभ हो चुका है। हैदराबाद से इंजीनियर सहित जिला प्रशासन के 88 स्टाफ मिलकर सभी प्रकार की 10,918 मशीनों की जांच कर रहे हैं।

वहीं, इस पूरी जांच प्रक्रिया की गूगल कास्टिंग भी की जाएगी, जिसकी मानीटरिंग मुख्य चुनाव आयुक्त कार्यालय द्वारा की जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान स्ट्रांग रूम में किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं है। साथ ही कैमरा सहित अन्य आधुनिक उपकरण भी यहां प्रतिबंधित रहेंगे।

चुनाव ड्यूटी में लगे अफसरों के अनुसार इन मशीनों की तीन बार जांच (कमिशनिंग) की जाती है। जिसमें बीयू (बैलेट यूनिट), सीयू (कंट्रोल यूनिट) और वीवी पैट सभी प्रकार की मशीनों की जांच की जाएगी। इसके बाद वापस से इन्हें पैक कर रख दिया जाएगा।

मशीनों की कमिशनिंग के लिए ईसीआइ (इलेक्शन कमीशन आफ इंडिया) की ओर से 18 इंजीयनिर्स की टीम भेजी गई है, जो कि अफसरों की मौजूदगी में सभी मशीनों की जांच कर उन्हें ओके करेगी। बता दें कि ईसीआइ के नियमानुसार सभी मशीनों की उपलब्धता जरूरत से 125 प्रतिशत होनी चाहिए। वहीं, जिला प्रशासन के अफसरों का कहना है कि हमारे पास मशीनों की संख्या जरूरत से कहीं ज्यादा मात्रा में उपलब्ध है। जिसमें बीयू 300 प्रतिशत अधिक, सीयू 158 प्रतिशत अधिक और वीवी पैट 169 प्रतिशत अधिक है। ऐसी स्थिति में चुनाव के दौरान इनके कम होने की संभावना नहीं है।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटरयूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्रामकू
 पर