नई दिल्ली : चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ (Cyclone Biparjoy) शनिवार को और भी ज्यादा तेज होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार ‘बिपरजॉय’ तूफान भयानक रूप ले सकता है। इस तूफान का असर कई तटीय इलाकों में देखने को मिल सकता है। इस दौरान यहां तूफान व तेज बारिश होने की उम्मीद है। चक्रवात धीरे-धीरे उत्तर-पूर्वोत्तर की तरफ बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इसकी जानकारी दी है। आईएमडी ने ट्वीट कर बताया कि बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर मंडरा रहा है। बताया गया है कि चक्रवाती तूफान और भी ज्यादा तेज होगा और इसके उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है। चक्रवात को देखते हुए गुजरात के तटीय गांवों को अलर्ट पर रखा गया है।

तूफान के चलते तीथल बीच बंद

चक्रवात बिपरजॉय के चलते अरब सागर तट पर वलसाड में तीथल बीच पर ऊंची लहरें देखी गई हैं। एहतियातन तीथल बीच को 14 जून तक पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया। वलसाड के तहसीलदार टीसी पटेल ने कहा, ‘हमने मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने के लिए कहा और वे सभी वापस आ गए हैं। लोगों को जरूरत पड़ने पर गांव में शिफ्ट किया जाएगा। उनके लिए शेल्टर बनाए गए हैं। हमने 14 जून तक पर्यटकों के लिए तीथल बीच को बंद कर दिया है।’

सौराष्ट्र और कच्छ तटों पर चलेगी तेज हवा

आईएमडी ने आगे भविष्यवाणी की कि 10 जून को सौराष्ट्र और कच्छ तटों पर हवा की गति 35-45 किमी प्रति घंटे होगी जिसके 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचने की संभावना है। अगले दिन 11 जून को इसके और तेज होकर 40-50 किमी प्रति घंटे रहने और 60 किमी प्रति घंटे तक बढ़ने की संभावना है।

हवा की रफ्तार 12 जून को 45-55 किमी प्रति घंटे होगी जो 65 किमी प्रति घंटे तक बढ़ सकती है। अगले दो दिन 13 और 14 जून को 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी जो 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। मौसम विभाग ने कहा, ‘समुद्र की स्थिति 10 जून को खराब रहने की संभावना है और 11 से 14 जून के दौरान खराब से बहुत खराब होने की संभावना है।’

केरल में जारी हुआ येलो अलर्ट
भारी बारिश को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को केरल के आठ जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया। इन इलाकों में जमकर बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। इन आठ जिलों में तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की, कोझिकोड और कन्नूर शामिल हैं। आईएमडी ने बताया कि केरल में मानसून गुरुवार को पहुंचा, जो कि निर्धारित समय से सात दिन की देरी है।