Singhdev's speech in Surguja Divisional Conference - बाबा ने कहा पार्टी नहीं छोडूंगा…CM ने बजे ताली… सत्ता से संगठन खुश नहीं !
Singhdev's speech in Surguja Divisional Conference - बाबा ने कहा पार्टी नहीं छोडूंगा…CM ने बजे ताली… सत्ता से संगठन खुश नहीं !

टीआरपी डेस्क

अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के सरगुजा संभागीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने खट्टी-मीठी बातें कह अपने दिल की बात संभागीय सम्मलेन में इतनी सहजता से कह दिया कि CM भूपेश बघेल भी मुस्कुराकर भाषण के अंत में ताली बजाते दिखे। उन्होंने न सिर्फ ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री वाली बात को स्वीकारा बल्कि यहां तक कह गए कि सत्ता से संगठन खुश नहीं है। श्री सिंहदेव बोले… मैं जिससे भी मिलता हूँ, वो बोलते हैं कि सरकार वापस आ रही है, लेकिन कुछ जिम्मेदार किस्म के लोगों से भी चर्चा हुई… वो सरकार की वापसी पर आश्वस्त नहीं हैं। पहले इन्हीं जिम्मेदार लोगों ने ही बताया था कि, डा. रमन सिंह चुनाव हार रहे हैं। श्री सिंहदेव ने इसके बाद कहा कि, छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद मैं भूपेश बघेल और राजेश तिवारी साथ थे। लेकिन सत्ता आने के बाद खबर आती है कि, हमारे बीच मनमुटाव है। सम्मलेन में मंत्री अमरजीत भगत भी CM भूपेश के दाहिनी तरफ और टीएस सिंहदेव बाईं ओर थे।

सीएम के साथ मेरा व्यवहार अब भी पूर्ववत

मंत्री सिंहदेव ने कहा मेरे और मुख्यमंत्री के व्यवहारिक संबंध पूर्ववत ही हैं। कुछ लोग सोचते हैं कि इनके बीच बिगड़ा है, उसका फायदा उठाने का प्रयास करते हैं। हां लेकिन यह जरूर कहूंगा कि, सत्ता से संगठन खुश नहीं है। अपना भाषण खत्म करने के बाद मुख्यमंत्री और टीएस बाबा ने एक दूसरे की हथेली का उपयोग कर ताली बजाते हुए आपस में अच्छी जुगलबंदी का परिचय भी मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं के समक्ष दिया।

बाबा बोले, पार्टी छोड़कर कहीं नहीं जा रहा

श्री सिंहदेव ने कांग्रेस के संभागीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए दो टूक कह दिया है कि वे कांग्रेस छोड़कर किसी और दल में नहीं जाएंगे। उनहोंने कहा कि, भाजपा के मुख्य नेतृत्व के साथ ही सभी मुख्य दलों ने मुझे प्रस्ताव दिया कि, मैं उनकी पार्टी में शामिल हो जाऊं। लेकिन मैं ऐसा कुछ नहीं करने वाला हूं। उनहोंने कहा कि, आगे भी पार्टी में कोई अवसर मिलेगा तो जिम्मेदारी से निभाउंगा। इसके बाद उन्होंने ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की बात होने को भी स्वीकार किया।