इंफाल। मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच 3 मई से जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को यह हिंसा और उग्र हो गया। बताया जा रहा है कि, पूर्वी इंफाल जिले के सगोलमंग थाना क्षेत्र के नोंगसुम गांव में कल संदिग्ध कुकी उग्रवादियों और ग्रामीण स्वयंसेवकों के बीच गोलीबारी हो गई। इसमें कम से कम 9 लोग घायल हो गए हैं। सूत्रों ने बताया कि सुबह करीब 10 बजे शुरू हुई मुठभेड़ शाम तक चली। संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने सुबह करीब 10 बजे नोंगसुम गांव की तरफ फायरिंग शुरू कर दी। गांव के स्वयंसेवकों ने भी प्रतिक्रिया दी और गांव के अन्य स्वयंसेवकों ने उनका समर्थन किया। इंफाल फ्री प्रेस ने बताया कि खोपीबुंग गांव के गेट पर बंकर और संतरी पोस्ट स्थापित करने वाले नोंगसुम और कुकी उग्रवादियों के बड़ी संख्या में ग्राम स्वयंसेवकों के बीच भयंकर गोलीबारी हुई। नोंगसुम ममांग हिल से लगभग 12.30 बजे जी/आर से चली गोलियों से चार ग्रामीण गोली लगने से घायल हो गए।

कांगपोकपी जिले के सैकुल उप-मंडल के खमेनलोक गांव में सोमवार को कुकी उग्रवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में कम से कम नौ ग्राम रक्षा स्वयंसेवकों को गोलियां लगीं। इनका इलाज इंफाल के राज मेडिसिटी में चल रहा है, जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। मणिपुर की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कल चुराचांदपुर और बिष्णुपुर जिलों में कई राहत शिविरों का दौरा किया। इस दौरान राज्यपाल ने प्रभावितों से बातचीत की। राज्यपाल ने विस्थापितों की हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है।

उल्लेखनीय है कि, इससे पहले 6 जून को पश्चिमी इंफाल जिले में सुबह दो सशस्त्र समूहों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में एक बीएसएफ जवान समेत चार लोगों की मौत हो गई थी। अन्य घायलों को इंफाल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।